लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। राज्य के 14 जिलों में अलीगढ़, औरैया, बदायूं, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, कानपुर देहात, महोबा, मीरजापुर, संतकबीरनगर और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले चौबीस घंटों के दौरान 28 नए मरीजों की पुष्टि हुई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कोविड-19 के प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 की बैठक में कहा कि कोविड के खिलाफ अब तज की लड़ाई में टीके की महत्ता स्वयं सिद्ध है। इसके दृष्टिगत, प्रदेशवासियों को टीका-कवर उपलब्ध कराने की प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है। इस महीने लगभग एक करोड़ 60 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई गई है। उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जिसने अब तक छह करोड़ 42 लाख 36 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। सेकेंड डोज के लिए विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है।

उत्तर प्रदेश में औसतन हर दिन ढाई लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। पिछले 24 घंटे में एक लाख 56 हजार 524 सैम्पल की टेस्टिंग में 58 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 17 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 352 रह गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है।

मथुरा और फिरोजाबाद मेडिकल टीम भेजने का निर्देश : सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश देते हुए कहा कि मथुरा के विकासखंड फरह अंतर्गत एक गांव में कई लोगों के बीमार होने की सूचना मिली है। फिरोजाबाद के नगरीय क्षेत्र से भी ऐसी ही सूचना प्राप्त हुई है। स्वास्थ्य विभाग दोनों जिलों में तत्काल एक-एक टीम भेजकर मरीजों की जांच कराए। डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के निदान के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। स्वच्छता, सैनीटाइजेशन की प्रक्रिया और बेहतर ढंग से हो।

पीकू और नीकू की स्थापना की प्रक्रिया की जाए तेज : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू और नीकू की स्थापना की प्रक्रिया तेज हो। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन बेड की संख्या 6600 से अधिक हो गई है। इसी प्रकार, स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 5,850 बेड खास तौर पर तैयार कर लिए गए हैं। वर्तमान में 56,000 आइसोलेशन बेड और 18000 आइसीयू बेड कोविड की जरूरतों के अनुरूप उपलब्ध हैं। इस सुविधा को और विस्तार दिया जाए। सभी जिलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसकी दैनिक समीक्षा की जानी चाहिए।

 

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