लखनऊ । सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को राजधानी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24ए पर टेढ़ी पुलिया चौराहे पर फ्लाईओवर का लोकार्पण किया। विकासनगर मिनी स्टेडियम में आयोजित इस समारोह में उन्होंने इसी राजमार्ग पर खुर्रम नगर से इंदिरा नगर सेक्टर 25 चौराहे को जोड़ने के लिए प्रस्तावित फ्लाईओवर का शिलान्यास भी किया। दोनों परियोजनाओं की लागत लगभग 280 करोड़ रुपये है। इस मौके पर गडकरी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में तीन लाख करोड़ से साढे तीन लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को अमली जामा पहना कर सूबे की तस्वीर बदलना चाहते हैं।
लखनऊ से कानपुर के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण अगले 3 से 4 महीने में शुरू हो जाएगा। 2022 समाप्त होने से पहले वाहन चालक लखनऊ से कानपुर आधे घंटे में आ जा सकेंगे। कई शहरों में रिंग रोड परियोजनाओं के अटके होने का जिक्र करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस समस्या से निपटने के लिए पेशकश की। गडकरी ने कहा कि रिंग रोड के निर्माण के लिए भूमि अर्जन का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी बशर्ते कि राज्य सरकार सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले स्टील और सीमेंट पर अपना जीएसटी माफ कर दे और जो एग्रीगेट हम इस्तेमाल करेंगे उस पर रॉयल्टी माफ कर दे। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश में 25 से 30 रिंग रोड परियोजना के निर्माण को वह एक झटके में मंजूरी दे देंगे।
उन्होंने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से कहा कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों पर जितने भी सेतु, रेल उपरगामि सेतु की जरूरत है, सब मेरे पास ले आइए । मैं एक साथ मंजूर कर दूंगा। शर्त यह होगी कि इन पुलों के निर्माण के लिए भूमि अर्जन का खर्च उत्तर प्रदेश सरकार को वहन करना होगा। गडकरी ने इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से की गई सभी मांगों को स्वीकार करने का ऐलान करते हुए यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में उनके मंत्रालय की ओर से कराए जा रहे 65000 करोड़ों रुपए के सड़क निर्माण कार्य पूरे होने जा रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में 7250 करोड़ रुपये की 680 किलोमीटर लंबी 21 नई परियोजनाओं की भी घोषणा की। 50000 करोड़ रुपये के उन कार्यों का उल्लेख भी किया जो इसी साल शुरू होंगे।
गडकरी ने बताया कि अब वाहनों के लिए ऐसे फ्लेक्स इंजन बनने जा रहे हैं जिनमें ईंधन के तौर पर शत प्रतिशत एथेनॉल का इस्तेमाल भी किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश के लिए यह एक बहुत बड़ा अवसर है। राज्य सरकार अगर प्रयास करे तो उत्तर प्रदेश के पास इथेनॉल आधारित दो लाख करोड़ रुपए की अर्थव्यवस्था होगी। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजधानी के यातायात को सुगम बनाने के लिए कुछ और फ्लाईओवर और पुल के निर्माण की अनुमति देने का गडकरी से अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि राजधानी में डीआरडीओ का एक केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए 36 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। अयोध्या के 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग जैसा बनाने का भी गडकरी से अनुरोध किया। गडकरी ने उनके इस अनुरोध को सहर्ष स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बुनियादी ढांचे का विकास तेजी से किया जा रहा है राज्य सरकार पहुंचने एक्सप्रेसवे बना रही है जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों देंगे। प्रदेश सरकार ने गोमती नदी के दोनों तटों पर ग्रीन फील्ड कॉरिडोर का काम अपने हाथ में लिया है। आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में विकास के जो भी कार्य करेगी, राज्य सरकार उसमें पूरा सहयोग देगी। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन, बृजेश पाठक, सिद्धार्थ नाथ सिंह महेंद्र सिंह समेत पार्टी के कई विधायक एमएलसी और सांसद मौजूद थे।