BUDAUN SHIKHAR
LUCKNOW:–
रिपोर्ट – आर के आजाद
2009 से OCR में रह थे मृतक रणजीत …..
सीन ऑफ क्राइम से 2 खोके और एक बुलेट मिला था — कमिश्नर लखनऊ
घटना में .32 बोर का वेपने इस्तेमाल हुआ था
कुल 12 टीमो को घटना के खुलासे के लिए लगाया था
इस घटना का कोई टेरर angle नहीं
घटना का पैसे से लेनदेन नही
प्रॉपर्टी विवाद भी नही
हर एक पहलुओं पर जांच के लिए टीम लगाई गई
स्मृति वर्मा सरकारी कर्मचारी है दूसरी पत्नी
2017 में शाहपुर में महिला ने छेड़खानी का मुकदमा दर्ज हुआ था
लखनऊ के विकासनगर में भी रणजीत के खिलाफ 3 मुकदमे दर्ज हुए थे
कुल 4 मामले मृतक पर दर्ज थे
स्मृति का एक अन्य शख्श से संबंध थे हक सकता है वो रणजीत की हत्या की वजह हो
आरोपी
स्मृति वर्मा ( मेन साजिशकर्ता)
दीपेंद्र – परिचित (एमपी व उत्तर प्रदेश बॉर्डर से गिरफ्तार किया)
संजीत गौतम – परिचित(गाड़ी चलाने वाला)
जितेंद्र – शूटर (गोली मारने वाला)( अभी फरार)