संभल: नगर के रायसत्ती स्थित के.ए.एस रिसोर्ट मे जनपद भर के रक्तदाताओं को समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने रक्तदान के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा कार्यक्रम मे उपस्थित रक्ततदाओं द्धारा किये जा रहे महादान की जमकर प्रशंसा की।
रक्तदाताओं के सम्मान में आयोजित समारोह में मंडल के जनपद संभल, मुरादाबाद, रामपुर व अमरोहा के करीब 650 रक्तदाताओं को शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रसिद्ध कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. शाने रब तथा उनके सहयोगी आमिर सुहैल वारसी, मीर अकबर शान, नवेद शान, सौरव त्यागी व शानू किदवई की ओर से आयोजित समारोह मे उपस्थित रक्तदाताओं को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी मौलाना मौहम्मद मियां ने कहा कि रक्ततदान वास्तव मे महादान है और जो नौजवान इस काम को अंजाम दे रहे हैं उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। शिक्षाविद एवं समाजसेवी डॉ. वकार रूमानी ने कहा कि आज के दूषित वातावरण मे रक्तदान कर साम्प्रदायिक भाईचारे की मिसाल पेश करने वाले नौजवानों को समाज सलाम करता है। युवा चिकित्सक डॉ. नीरज शर्मा ने कहा कि संभल जैसे क्षेत्र में व्यापक स्तर पर संचालित रक्तदान जैसे महान कार्य की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। शिक्षाविद डॉ. शहजाद बोले कि जान लेने के दौर मे किसी की जान बचाना यकीनन बड़ा पुण्य है और ऐसा नेक काम करने वाले समाज के वास्तविक नायक हैं। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप गुप्ता बोले कि रक्तदाताओं के इस सम्मान समारोह मे असली भारत के दर्शन हो रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी एवं राजपूताना यूनानी एवं तिब्बिया कॉलेज राजस्थान यूनीवर्सटी के पूर्व डीन डॉ. प्रोफेसर एम.एच. जाफरी ने डॉ. शाने रब और उनके सहयोगियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैने इससे पहले एक जगह पर जमा इतने रक्तदाता कभी नही देखे। बोले हमारे क्षेत्र के नौजवानो ने व्यापक स्तर पर रक्तदान कर प्रदेश व देश की जनता को बड़ा सकारात्मक संदेश दिया है। उन्होने रक्तदाताओं का आहवान करते हुए कहा कि रक्तदान जैसे महादान का आन्दोलन कभी रूकना नही चाहिए। अन्त में कार्यक्रम के मुख्य आयोजक डॉ. शाने रब ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि रक्तदान जैसे महादान के लिए मैं और मेरी टीम हर संभव सहयोग के लिए चौबीस घंटे तैयार है। उन्होने कहा कि रक्तदाताओं का सम्मान करते हुए मैं व मेरी टीम स्वयं को गौरान्वित महसूस कर रही है। इस दौरान मकसूद हसन, डॉ. दिलशाद, उसमान नौशाही ने भी विचार रखे। जबकि फजले रब,हाजी कमरूज्जमा, मौ. हुसैन उर्फ पुत्तु, शिराज अख्तर, डॉ. मुमताज, डॉ. कलीम, मौ. शाहनावाज आदि ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन मशकूर मन्सूरी ने किया।