फर्रुखाबाद 16 मई 2023 l

महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में बढ़ रहा है हाइपरटेंशन

वित्तीय वर्ष 2022 23 में 55,989 हाइपरटेंशन के मरीजों को मिला इलाज

30 की उम्र के बाद जरूरी है रक्तचाप की जांच – सीएमओ

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 (2019 21) की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में हाइपरटेंशन के मामले अधिक देखने को मिले हैं l पुरुषों में जहां लगभग 14.8 प्रतिशत हाइपरटेंशन के मामले सामने आए हैं तो वहीं महिलाओं में 13.8 प्रतिशत हाइपरटेंशन के मामले देखने को मिले हैं l मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि हाइपरटेंशन एक बड़ी समस्या बन रही है। इसी के जागरूकता के लिए हर वर्ष हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में जिसे देखो अपनी सेहत की अनदेखी कर हाइपरटेंशन का शिकार होता जा रहा है। अगर आपकी उम्र 30 वर्ष हो चुकी है तो जरूरी है के आप नियमित रूप से रक्तचाप की जांच करवाएं। उच्च रक्तचाप कई कारणों से होता है। इसमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं।

एनसीडी के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि उच्च रक्तचाप से तेज सिरदर्द, थकान, भ्रम, देखने में समस्या, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, अनियमित रूप से बढ़ने वाली दिल की धड़कन, यूरिन में ब्लड आना ऐसे लक्षण हो सकते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसकी वजह से मौत भी हो सकती है। इससे बचने के लिए न केवल खान-पान जैसे जंक फूड भी एक कारण है, बल्कि अनियमित जीवन शैली पर भी ध्यान देने की जरूरत है मानसिक तनाव को जीवन में कम करें साथ ही शरीर को सक्रिय बनाए रखने के लिए डॉक्टर की सलाह से व्यायाम जरूर करें।

डॉ दलवीर ने बताया कि विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय, सिविल अस्पताल लिंजीगंज, विकासखंड स्तर पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता हेतु विशेष स्क्रीनिंग कैंप लगाए जाएंगे, जिसमें उच्च रक्तचाप से संबंधित बीमारियों के रोकथाम के लिए एनपीसीडीसीएस (नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर डायबिटीज कार्डियोवैस्कुलर डिजीज एंड स्ट्रोक) कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को जागरूक करने और “स्वस्थ जीवनशैली” अपनाने के बारे में भी बताया जाएगा ।

सिविल अस्पताल लिंजीगंज में एनसीडी के डॉ ऋषिनाथ गुप्ता ने बताया कि हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप की बीमारी से घिरने के बाद मरीज जल्द ही अन्य बीमारियों की चपेट में भी आ जाता है l जिनमें सबसे मुख्य बीमारी ह्रदय संबंधी है l डीसीपीएम रणविजय प्रताप सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020 21 में 13837 मरीज़ हाइपरटेंशन के थे जो 2021 22 में बढ़कर 18558 हो गए l वहीं वित्तीय वर्ष 2022 23 में 55989 हाइपरटेंशन के मरीजों का इलाज किया गया l

खडियाई निवासी 40 वर्षीय प्रीति अवस्थी का कहना है मेरा ब्लड प्रेशर अक्सर बढ़ जाता है मुझे डॉक्टर ने रोज दवा खाने के लिए कहा है l साथ ही नित्य व्यायाम करने और संतुलित आहार लेने के लिए कहा है l

 

हरभ्गत निवासी 70 वर्षीय रामगुलाम कहते हैं कि ब्लड प्रेशर की वजह से मुझे हार्ट अटैक आ चुका है l डॉक्टर ने रोज बीपी की दवा खाने के साथ ही मानसिक तनाव से दूर रहने और योग करने के लिए कहा है l

रोकथाम व उपचार

हरी साग सब्जियों का सेवन ज्यादा करना, नमक का कम उपयोग करना, नशीले और धूम्रपान जैसी चीजों का सेवन ना करना, नियमित समय पर डॉक्टर से जांच और परामर्श कराना, व्यायाम को डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से करना ।

अनियमित होती दिनचर्या, अनुचित खान पान और भाग दौड़ की दिनचर्या की वजह से हमारे स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ता है। जिसके कारण व्यक्ति उच्च रक्तचाप या फिर निम्न रक्त चाप का मरीज हो जाता है। दोनों ही तरह के रक्तचाप होने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इसी विषय में जनजागरुकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व उच्च रक्तचाप दिवस “अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापे इसे नियंत्रित करें, अधिक समय तक जीवित रहे” की थीम पर मनाया जाएगा।”

 

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