संजय शर्मा
बदायूं। प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेशों के क्रम में जारी होने वाले आदेशों की यहां जिला ग्राम्य विकास अभिकरण में तैनात परियोजना निदेशक द्वारा खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है, बताते चलें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश भर में आदेश जारी कर यह निर्देश दिए कि पिछले तीन वर्षों से एक ही पटल पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों के या तो तबादले किए जाएं नहीं तो कर्मचारियों के पटल तत्काल बदले जाएं।
चुकी परियोजना निदेशक को तो स्वयं ही चार बरसों से जिले में तैनात हैं इसलिए उनके द्वारा जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कार्यालय में किसी भी कर्मचारी का पटल परिवर्तन करने हेतु कोई प्रस्ताव तैयार कराकर मुख्य विकास अधिकारी को नहीं भेजा।
यही कारण है कि इस कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी पिछले आठ दस वर्षों से एक ही मलाईदार पटलों पर जमें बैठे हैं अपनी मनमर्जी के अनुसार कार्य करने में मस्त हैं वे जानते है कि जबतक परियोजना निदेशक है हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, कर्मचारी जानते हैं कि जब विधायको के पत्रों पर कार्यवाही नहीं होती है तो यहां शासनादेशो का पालन कौन करने वाला है यहीं कारण है कि यहां कर्मचारियों के हौसले बुलंद होते चले जा रहे हैं।
इसका मुख्य कारण यह है कि परियोजना निदेशक हर एक मामले में मुख्य विकास अधिकारी को गुमराह कर अपना उल्लू सीधा कर लेते हैं, मुख्य विकास अधिकारी के सामने सच्चाई पहुंच ही नहीं पाती है, इसका फायदा परियोजना निदेशक व जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के कर्मचारियों को मिल रहा है।
