बदायूं, शिक्षण में गुणात्मक वृद्धि के लिए है आचार्य प्रशिक्षण वर्ग—- कालिका प्रसाद
मीरा चौकी स्थित श्री राम सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आज एक दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण वर्ग में प्रशिक्षकों ने शिक्षा में नवाचार अर्थात नई नई तकनीक के माध्यम से सिखाने का तथा अपने जीवन में योग के माध्यम से ध्यान एवं सकारात्मक सोच का विचार प्रशिक्षुओं को दिया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के समक्ष प्रशिक्षक अमृतपाल सिंह, किशन कुमार वर्मा, जयप्रकाश द्विवेदी एवं संकुल प्रमुख कालिका प्रसाद गंगवार ने दीप प्रज्ज्वलित कर तथा
पुष्पार्चन कर किया।
उद्घाटन सत्र में संकुल प्रमुख कालिका प्रसाद गंगवार ने कहा , विद्या भारती के विद्यालयों में आचार्य पढ़ाते नहीं बल्कि अपने कला कौशल के द्वारा शिशुओं को सिखाने का कार्य मनोयोग से करते हैं।
श्री गंगवार ने कहा, शिक्षण में गुणात्मक सुधार के लिए आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का विशेष महत्व है।
समापन सत्र में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय महाविद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका करुणा दीदी ने कहा, राजयोग मेडिटेशन के द्वारा हम अपने मन में चलने वाले नकारात्मक विचारों को सकारात्मक विचारों में बदलकर अपने जीवन की हताशा एवं निराशा को दूर कर सकते हैं। ज्ञान ,योग, धारणा, एवं सेवा के माध्यम से समाज को जोड़ने का कार्य कर सकते हैं।
प्रशिक्षण वर्ग में गणित, वैदिक गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विषय एवं शिशु वाटिका में पढ़ाने का तरीका सिखाने वाले प्रशिक्षकों में लाखन सिंह, कमलेश कुमार, किशन कुमार वर्मा, मुन्नालाल झा, मुन्ना लाल शाक्य, अमृतपाल सिंह, ललित मोहन मौर्य, रजनीश कुमार मिश्रा, रहे।