एटा (सू0वि0)। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देश तथा माननीय अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश एटा के निर्देशानुसार मंगलवारको सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा श्रीमती साधना कुमारी गुप्ता द्वारा जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों हेतु विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा द्वारा निरूद्ध बंदियों को उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया तथा उनकी समस्याओं को सुना गया। सचिव द्वारा जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों को कोविड-19 से पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों के बारे में तथा उनकी शिकायतों के निवारण करने के लिए भी जानकारियां दी गईं तथा कोरोना वायरस के लक्षणों के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्हें अवगत कराया गया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए वे अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें तथा छींकते व खांसते समय अपने मुंह पर कपड़ा अथवा रुमाल आधे अवश्य बांध है तथा हर पल अपने चेहरे पर मास्क लगाए रखें। सचिव द्वारा उन्हें यह भी अवगत कराया गया कि अपने हाथों को किसी भी साबुन से प्रत्येक 20 मिनट बाद धोते रहें अथवा सैनिटाइजर का प्रयोग करें तथा स्वंय को अस्वस्थ महसूस होने पर तुरंत जिला कारागार के चिकित्सक से संपर्क करें।
सचिव द्वारा जिला कारागार में स्थित पाकशाला व बैरिकों का निरीक्षण किया गया। पाठशाला में सचिव द्वारा वहां पर बनाये जा रहे भोजन का निरीक्षण किया और पाठशाला में कार्य करने वाले कर्मचारियों को निर्देशित किया कि खाना बनाते समय साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें और खाने की गुणवत्ता का भी सचिव द्वारा निरीक्षण किया गया। सचिव द्वारा उन्हें निर्देशित किया गया कि मेन्यू के अनुसार ही खाना बनाया जाए। सचिव द्वारा बैंरिकों का भी निरीक्षण किया गया तथा बैंरिकों में जा कर वहां पर रह रहे बंदियों से वार्ता की तथा उनकी समस्याओं को सुना तथा वहां पर साफ सफाई का भी निरीक्षण किया। जिला कारागार में स्थित चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया तथा चिकित्सालय में उपस्थित मरीजों का हालचाल जाना तथा वहां पर उपस्थित बंदी प्राविधिक स्वंयसेवकगणों को निर्देशित किया कि किसी भी मरीज को कोई समस्या होने पर तत्काल चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराएं तथा अपने स्तर से भरसक प्रयास करें कि उसको किसी भी प्रकार की समस्या न हो। अधीक्षक जिला कारागार एटा को निर्देशित किया गया कि वह जिला कारागार के अंदर साफ सफाई की पूरी व्यवस्था रखें और यदि कोई भी बंदी अस्वस्थ नजर आए तो उसे तुरंत जिला कारागार के चिकित्सक को दिखाएं।
इस शिविर में सचिव द्वारा अधीक्षक जिला कारागार एटा से जिला कारागार एटा में निरूद्ध बन्दियों को काविड-19 से सुरक्षित रखने के संबंध में विस्तृत चर्चा भी की गयी। सचिव द्वारा जिला कारागार में नियुक्त किये गये पराविधिक स्वंय सेवकगण पुष्पेन्द्र सिंह तोमर को निर्देशित किया गया कि यदि जिला कारागार एटा में किसी भी निरूद्ध बन्दी को किसी भी प्रकार की कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो, तो वे उसका उपचार अविलम्ब जिला कारागार में नियुक्त चिकित्सक से कराये तथा प्रत्येक निरूद्ध बन्दी की किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उसकी सहायता करें। इस शिविर के आयोजन पर अधीक्षक जिला कारागार एवं पराविधिक स्वंयसेवकगण आदि उपस्थित रहें।