अलीगढ़, (ब.शि.) : परोपकार सामाजिक सेवा संस्था तोछीगढ़ द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 73वीं पुण्यतिथि पर गांव रामपुर बक्टरा में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
बापू के सिद्धांतों को गांधीवाद नाम से जाना जाता है
संस्था के सदस्यों के साथ क्षेत्रीय नागरिकों ने मिलकर बापू के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। अध्यक्ष जतन चौधरी ने बापू को श्रद्धांजलि देकर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बापू आजीवन सत्यनिष्ठा, अहिंसा, त्याग, बलिदान व मानव सेवा के सिद्धांतों पर अडिग रहे। बापू के सिद्धांतों को “गांधीवाद” व उनके राजनैतिक काल को “गांधीयुग” के नाम से जाना जाता है। बापू बचपन से ही सत्य और अहिंसा के पुजारी थे और सदैव रंग-भेद नीति और छुआछूत के खिलाफ संघर्ष। जंग-ए-आजादी में अहम योगदान है। अंग्रेजों के खिलाफ तमाम शांतिपूर्ण आंदोलन किए और अंग्रेजों की यातनाओं के सामने कभी नहीं झुके। भारतीय जनमानस पर बापू का बहुत गहरा असर था। “चल पड़े जिधर दो डग मग में, चल पड़े कोटि पग उसी ओर। पड़ गई जिधर भी एक दृष्टि, गढ़ गए कोटि दृग उसी ओर!!” काव्यपाठ के माध्यम से बापू को नमन किया और कहा कि बापू के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें भी अपने जीवन में सदैव सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाना चाहिए।
हमें स्वच्छता का ख्याल रखना चाहिए
वीरेंद्र सिंह “मधुर” ने कहा कि गांधी ने सदैव स्वच्छता को अत्यधिक महत्व दिया और हम सबको भी सदैव स्वच्छता का खयाल रखना चाहिए। सोनू शर्मा ने कहा कि बापू ने “करो या मरो” नारा देकर देश से अंग्रेजों को भगाया वह महान लेखक व महान स्वतंत्रता सेनानी थे। अंजली कश्यप ने ” रघुपति राघव राजा राम, ईश्वर अल्लाह तेराेे नाम….” काव्य पाठ के माध्यम से श्रद्धांजलि दी।
महिला सुरक्षा की शपथ दिलाई
आकाश कुमार ने कहा कि रविंद्र नाथ टैगौर ने बापू को “राष्ट्रपिता” की उपाधि दी थी। पल्लवी चौधरी ने भी गांधी की सविस्तार जीवनी सुनाई और महादेवी वर्मा की कविता “क्षतिज व्योम ” सुनाई। सभी ग्रामीण युवाओं एवं छात्रों को स्वच्छता तथा महिला सुरक्षा की शपथ दिलाई। श्रद्धांजलि सभा के बाद ग्रामीण बालिकाओं को आत्म सुरक्षा के गुण बताए। सभी ग्रामीणों ने संस्था के कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस मौके पर किशन सिंह, राजपाल, जयवीर सिंह, धर्मेंद्र कुमार, ज्योति, मौनिका, नीतेश, पल्लवी, अंजली, काजल, कीर्ती, सपना, प्रीती, रेशमा, रनी, राखी आदि मौजूद रहे!।