बदायूँ (सू0वि0)। उत्तर प्रदेश विधान मण्डल की महिला एवं बाल विकास संयुक्त समिति (2019-20) की द्वितीय उप समिति सोमवार को पीडब्ल्यूडी के निरीक्षण भवन पहुंची। समिति की सभापति डाॅ0 सरिता भदौरिया, सदस्य मु0 फईम इरफान, सुश्मिता मौर्य एवं विमला सिंह सोलंकी को मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत ने पुष्प भेंट कर एवं शाल ओढ़ाकर उनको स्वागत किया। समिति से मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 यशपाल सिंह, सीओ सिटी विनय कुमार द्विवेदी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारियों ने भी भेंट की।

समिति ने बीएसए कार्यालय का ओचक निरीक्षण किया। समिति ने बीएसए राम पाल सिंह से कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों का निरीक्षण किया एवं अपने सम्मुख बुलाकर उनके आईकार्ड के बारे में पूछा, आईकार्ड न होने पर नाराजगी व्यक्त की। स्कूल ड्रेस के कपड़े की खरीदारी, सिलाई एवं गुणवत्ता के सम्बंध में जानकारी ली। अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु पुनिया ने समिति को अवगत कराया कि जिलाधिकारी द्वारा विद्यालयों में डेªस की गुणवत्ता के सम्बंध में जांच कराई जा चुकी है। इसके बाद समिति ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। यहां समिति ने महिला वंदियो से वार्ता की, उनका दोष जाना एवं भोजन के बारे में पूछा। महिला वंदियों ने अवगत कराया कि खाना तो ठीक है लेकिन कोविड की वजह से मुलाकात नहीं हो पा रही हैं। महिला बंदियों के साथ मौजूद बच्चों ने समिति को कविताएं एवं प्रार्थना सुनाई, जिसे देखकर समिति ने प्रसन्नता व्यक्त की। समिति ने कहा कि महिलाओं को सिलाई आदि की ट्रेनिंग कराई जाए। भोजन बनाने की प्रक्रिया को देखा एवं भोजन को देखकर उन्होंने असंतोष व्यक्त किया है। तत्पश्चात समिति ने जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। लिफ्ट बंद होने पर समिति ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गर्भवती महिला को इतनी मंजिल चढ़ने में अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता होगा। उन्होंने मरीजो द्वारा ओढे़ जाने वाले कम्वलों को देखकर भी नाराजगी व्यक्त की। कम्वल गंदे प्रतीत हो रहे थे। उन्होंने सीएमएस रेखारानी से मरीजों को लाने ले जाने वाली एम्बुलेंस की एंट्री रजिस्टर में अनियमित्ताएं मिलने पर नाराजगी व्यक्त की है। समिति ने कहा है कि खामियों को समिति की रिपोर्ट्स के माध्यम से आगे प्रेषित करेंगे और इनको बुलाकर इनके सक्षम अधिकारियों के समक्ष बात की जाएगी।

 

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