फर्रुखाबाद , 5 सितंबर 2022l
जिला, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों और आशा व एएनएम को दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण
शून्य से 16 वर्ष तक के बच्चों का किया जायेगा टीकाकरण
प्रदेश के 28 जिलों में नियमित सत्रों के माध्यम से होगा टीकाकरण
बच्चों में होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमण एवं गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाव तथा बाल मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिये प्रदेश के 28 जिलों में सात सितंबर से 15 अक्टूबर तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा | अभियान में कहीं कोई त्रुटि न रहने पाए, सभी छूटे हुए बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण हो और ई कवच पोर्टल पर शत प्रतिशत टीकाकरण दर्ज हो इसके लिए सोमवार को जिला, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों और आशा, एएनएम को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने कहा कि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिये जनपद सहित प्रदेश के 28 जिलों में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान किसी भी कारणवश छूटे हुए शून्य से 16 वर्ष तक के बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जायेगा l
सीएमओ ने बताया कि प्रदेश के आठ जिलों में डिप्थीरिया और मिजेल्स रूबेला के केस निकले हैं इसलिए संवेदनशील जिलों में यह अभियान चलाया जायेगा l
सीएमओ ने समस्त सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि अभियान से पहले सभी बच्चों की ड्यू लिस्ट तैयार कर ली जाए। समय से माइक्रोप्लान तैयार कर सभी टीकाकरण सत्रों को पहले से व्यवस्थित कर लिया जाए। नियमित टीकाकरण सत्र पहले की तरह बुधवार एवं शनिवार को आयोजित किये जायेंगें। इसके अतिरिक्त आवश्यकतानुसार सत्रों का आयोजन किया जा सकता है।
सीएमओ ने समस्त जनपदवासियों से अपील की है कि विशेष अभियान का लाभ उठाकर अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं, जिस भी बच्चे का कोई भी टीका छूटा है तो उसे जरूर लगवा लें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ प्रभात वर्मा ने बताया कि नियमित टीकाकरण विशेष अभियान के तहत जिले में 14,184 बच्चों को पेंटा प्रथम डोज़, 4638 बच्चों को मिजिल्स-रूबेला प्रथम डोज़, 20179 बच्चों को मिजिल्स रूबेला द्वितीय एवं 29473 बच्चों को डीपीटी बूस्टर की द्वितीय डोज़ लगाई जायेगी। शासन स्तर से दिए गए लक्ष्य को अभियान के दौरान शत-प्रतिशत प्राप्त करने का भरसक प्रयास किया जाएगा।
डीआईओ ने बताया कि विशेष अभियान के दौरान कोविड टीकाकरण की गतिविधियों के कारण किसी भी नियमित टीकाकरण सत्र को प्रभावित नही किया जाएगा।
डीआईओ ने बताया कि जन्म के समय बीoसीoजीo, ओ०पी०बी०, हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाता है l छह सप्ताह पर ओ०पी०बी०1, पेन्टावेलेन्ट 1, एफ-आई०पी०वी० 1, रोटा 1 व पीसीवी 1, 10 सप्ताह पर – ओ०पी०वी०-2, पेन्टावेलेन्ट-2 एवं रोटा-2 , 14 सप्ताह पर – ओ०पी०वी०-3, पेन्टावेलेन्ट-3, एफ-आई०पी०वी०-2, रोटा-3 एवं पी०सी०वी०-2, 9 माह से 12 माह तक – एम०आर०-1, पी०सी०वी० बूस्टर एवं विटामिन ए की पहली खुराक बच्चों को दी जाती है l
इसके साथ ही कहा है कि 16 से 24 माह में एम०आर०2, डी०पी०टी०- बूस्टर प्रथम, बी०ओ०पी०वी०- बूस्टर, एवं विटामिन ए -2 की खुराक बच्चों को दी जाती है l 5 से 6 वर्ष में डी०पी०टी०-बूस्टर द्वितीय, 10 वर्ष पर टीडी और 16 वर्ष पर टीडी का टीका लगाया जाता है l
यूएनडीपी से वीसीसीएम मानव शर्मा ने कहा कि कोई भी अभियान तभी सफल हो सकता है जब समुदाय की भागीदारी उसमें सुनिश्चित हो l
यूनीसेफ के डीएमसी अनुराग दीक्षित ने बताया कि टीकाकरण के लिए अर्न्तविभागीय समन्वय एवं स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों जैसे ग्राम प्रधान, धार्मिक गुरू, जन प्रतिधिनिधि आदि का सहयोग लिया जाएगा