लखनऊ, एजेंसी देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के विख्यात शहीद स्थल काकोरी में अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में अमृत महोत्सव के साथ ही दांडी मार्च की 75वीं वर्षगांठ के समारोह की शुरुआत की। इसके बाद देश भर में सभी प्रमुख शहीद स्मारकों पर कार्यक्रम का आगाज हो गया।

काकोरी के शहीद स्मारक पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक, डॉ. महेंद्र सिंह तथा आशुतोष टंडन भी थे। मुख्यमंत्री ने काकोरी में शहीदों को नमन किया। काकोरी शहीद स्मारक में अमृत महोत्सव में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीदों को नमन करने के साथ देश की आजादी में उनके बेहद अहम योगदान पर प्रकाश डाला।  कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की है कि वह अपने कार्य क्षेत्र में ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए 25 वर्ष की उस कार्ययोजना को मूर्त रूप दें जिससे कि वर्ष 2047 में एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना साकार हो सके। देश की स्वतंत्रता आंदोलन के नायक राम प्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, चंद्रशेखर आजाद, रोशन सिंह, अशफाक उल्लाह खां को अपने श्रद्धासुमन अॢपत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन महान क्रांतिकारियों के जीवन का लक्ष्य ही देश की स्वाधीनता थी। उस समय जब भारत की जनता के पैसे का इस्तेमाल भारतीयों के दमन के लिए किया जा रहा था, तब आजादी के इन मतवालों ने काकोरी कांड को अंजाम देकर अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ सिंह ने कहा कि 12 मार्च 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश की आजादी के दीवानों ने अंग्रेजों के विरोध का बिगुल बजाया था। आज देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात के दांडी से आजादी के दीवानों को नमन किया है। उत्तर प्रदेश में भी चार स्थान पर आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव 75 सप्ताह चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 4 फरवरी 1922 को चौरी चौरा की घटना घटी थी। हम लोग आज उस घटना ने नायकों को नमन कर रहे हैं। आज देश में 75 जगहों पर अमर शहीदों को नमन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर लखनऊ के अलावा मेरठ, झांसी और बलिया में भी ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। चार फरवरी 1922 को देश के अंदर आजादी के आंदोलन को नई दिशा देने वाली चौरी चौरा की घटना हुई थी। हम इस घटना के शताब्दी वर्ष को महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। सरकार ने तय किया है कि देश की आजादी के आंदोलन की प्रमुख तिथियों पर हर शहीद स्मारक पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए देश के ज्ञात और अज्ञात शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। ऐसे कार्यक्रम देश की वर्तमान पीढ़ी को स्वतंत्रता आंदोलन से रूबरू करते हुए वर्तमान चुनौतियों से लडऩे के लिए भी प्रेरित करेंगे। युवा पीढ़ी को यह एहसास भी दिलाएंगे की आजादी हमें यूं ही नहीं मिली। इसके लिए अनगिनत संघर्ष हुए।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2022 देश की आजादी के अमृत महोत्सव का है। इस वर्ष हमें 25 वर्षों की उस कार्य योजना को भी साथ लेकर चलना होगा कि जब 2047 में भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मना रहा होगा तो उसकी उपलब्धियां भी उस ऐतिहासिक क्षण के अनुरूप हो। यदि हर नागरिक अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करेगा तो हम भारत को एक महान देश के रूप में दुनिया के सामने स्थापित कर सकेंगे और एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने काकोरी शहीद स्मारक स्थल का निरीक्षण किया और काकोरी कांड के अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पुलिस बैंड ने ‘कदम कदम बढ़ाए जा’ और ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा’ जैसे देशभक्ति के गीतों की धुन बजाईं।

 

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