लखनऊ, एजेंसी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के सेकेंड स्ट्रेन पर ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट के फॉर्मूला से काफी हद तक नियंत्रण पाने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार का अगला कदम इसके म्यूटेशन के संबंध में गहन अध्ययन करने का है। टीम-09 से साथ सोमवार को अपने सरकारी आवास पर कोरोना वायरस की समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने थर्ड स्ट्रेन के लिए अभी से तैयार रहने का निर्देश देने के साथ कोरोना म्यूटेशन के संबंध में अध्ययन करने की जरूरत पर बल दिया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना म्यूटेशन के संबंध में गहन अध्ययन की आवश्यकता है। अनेक संस्थान विभिन्न मानकों पर अध्ययन कर भी रहे हैं। ऐसे में सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआइ) के सहयोग से प्रदेश में कोरोना की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। इस वैज्ञानिक अध्ययन के निष्कर्ष भविष्य में इस महामारी से बचाव में निश्चित ही उपयोगी सिद्ध होंगे।

कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-09 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी से प्रदेश को सुरक्षित रखने की दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा कोविड टेस्ट करने वाले उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल के तीन लाख 10 हजार 783 संक्रमितों की पीक की स्थिति के सापेक्ष एक माह में 88.1 फीसदी की गिरावट हो गई है। वर्तमान में 37,044 कोरोना केस एक्टिव हैं। हमारी रिकवरी दर 96.60 प्रतिशत हो गई है। बीते 24 घंटे में पॉजिटिविटी दर मात्र 0.5 फीसदी रही। बीते 24 घंटो में 1,497 नए संक्रमित मिले हैं। यह संख्या 24 अप्रैल को आये 38,055 मरीजों की पीक स्थिति के सापेक्ष 36 हजार से अधिक से काफी कम हो गई है। बीते 24 घंटों में 5,491 लोग कोरोना के संमक्रण से उबरे हैं। इस तरह अब तक कुल 16 लाख 37 हजार 944 प्रदेशवासी कोरोना से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक टेस्ट: उन्होंने कहा कि ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप उत्तर प्रदेश की नीति के संतोषप्रद परिणाम मिल रहे हैं। 24 घंटों में तीन लाख, 12,677 टेस्ट हुए, इसमें 1.42 लाख सैम्पल आरटीपीसीआर माध्यम से जांचे गए। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोविड टेस्ट करने वाला राज्य है। अब तक यहां चार करोड़ 94 लाख 09 हजार 446 सैम्पल की टेस्टिंग हुई है।

सीरो सर्वे कराना जरूरी: मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से कुल संक्रमित के साथ स्वस्थ हुए लोगों की एंटीबॉडी आदि के सम्बंध में सीरो सर्वे कराया जाना आवश्यक है। इस संबंध में चार जून से प्रदेश में सैंपलिंग का प्रारंभ होगी। इससे लिंग और आयु सहित अलग-अलग पैमाने पर संक्रमण की अद्यतन स्थिति का आकलन हो सकेगा। यह कार्यवाही तेजी की जाए। जून के अंत तक इस सर्वे के परिणाम प्राप्त होने की संभावना है।

समुचित वैक्सीनेशन ही सुरक्षा कवर: मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन संक्रमण से बचाव का सुरक्षा कवर है। केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार सभी नागरिकों का यथाशीघ्र टीका-कवर देने के लिए संकल्पित है। अब तक प्रदेश में 01 करोड़ 80 लाख 11 हजार 760 डोज लगाए जा चुके हैं। 18 से 44 आयु वर्ग के 19 लाख 83 हजार 968 लोगों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है। हमारा लक्ष्य जून माह में एक करोड़ लोगों को टीका-कवर से आच्छादित करने का है। सभी 75 जिलों में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण की प्रक्रिया एक जून से प्रारंभ हो रही है। इसके साथ ही इसमें 12 वर्ष के कम आयु के बच्चों के अभिभावकों का टीकाकरण प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। सभी जिलों में इसके लिए अभिभावक स्पेशल बूथ भी बनाए गए हैं। इन बूथ पर टीकाकरण के लिए अभिभावकों से उनके पाल्य की आयु का सत्यापन कराया जाए।

तीसरी लहर के लिए प्रो एक्टिव नीति: उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के आकलन के दृष्टिगत कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में प्रो-एक्टिव नीति अपनाई जा रही है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू व एनआईसीयू की स्थापना को तेजी से पूरा किया जाए। मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड के पीआईसीयू स्थापित होने हैं। इनके साथ 50 बेड का एनआईसीयू भी हों। इसी तरह जिला अस्पताल और सीएचसी स्तर पर भी मिनी पीकू स्थापित हो रहे हैं। इसके लिए 20 जून तक की समय-सीमा तय की गई है। समय-सीमा में विस्तार नहीं होगा। जिलाधिकारीगण इन कार्यों की सतत मॉनीटरिंग करें। सभी जगह के नोडल अधिकारियों की तैनाती कर कार्य को समय से पूरा कराएं। इस संबंध में आवश्यक धनराशि तत्काल जारी कर दी जाए। कोविड की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी के क्रम में मानव संसाधन का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। नोएडा और लखनऊ में आज से मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण प्रारम्भ हो रहा है। एक जून से पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग भी शुरू हो रही है। यह कार्य यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाए।

ब्लैक फंगस के प्रति भी गंभीर हो: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ब्लैक फंगस से पीडि़तों के समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है। इसकी सतत मॉनीटरिंग की जाए। दवाओं की उपलब्धता बनी रहे। जिस प्रकार सीएम हेल्पलाइन और आइसीसीसी के माध्यम से कोरोना संक्रमितों /परिजनों से संवाद बना कर उनकी जरूरतों की पूॢत कराई जा रही है, इसी प्रकार पोस्ट कोविड मरीजों और ब्लैक फंगस की समस्या से ग्रस्त मरीजों/परिजनों से हर दिन संवाद किया जाए। उनकी सभी आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए।

बर्दाश्त नहीं की जाएगी निजी अस्पतालों की ओवरचार्जिंग: मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदाकाल में कतिपय निजी अस्पतालों की कोविड संक्रमित मरीजों से ओवरचाॄजग की शिकायत प्राप्त हुई है। अस्पतालों ने व्यवस्था का उल्लंघन तो किया ही, इसके साथ ही संवेदनहीनता भी हुई। ऐसे निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। हर एक शिकायत का समुचित परीक्षण सुनिश्चित करते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।

 

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