गोरखपुर, (ब.शि.) । 13 अप्रैल से नए वर्ष का आरंभ हो रहा है। राजा और मंत्री दोनों पदों पर मंगल का अधिकार है। पं शरद चंद्र मिश्रा के अनुसार आकाशीय मंत्रिपरिषद के पदाधिकारियों के अधिकार निर्धारण के अनुसार कठिन चुनौतियों से गुजरता भारत एवं विश्व पूरी तरह से उबर नहीं पाएगा। समस्याएं बदलती परिस्थिति के अनुसार नए रूप लेती जाएंगी। उत्पादकता की दर घटने की आशंका है। समुद्री तूफान, भीषण वर्षा, कई भागों में सूखा, खड़ी फसल को नुकसान जैसी घटनाएं हो सकती हैं। परंतु मंगल के ज्यादा प्रभावी होने से तकनीकी और रक्षा क्षेत्र में उन्नति होगी। लोकहित के अनेक योजनाएं बनेगी। आइए जानते हैं नए वर्ष में राशियों का फल।
मेष : वर्ष के आरंभ में बृहस्पति असफलताएं प्रदान करेगा। धन और प्रतिष्ठा मे वृद्धि होगी। अधीनस्थ सभी कार्यों में अच्छी सफलता प्राप्त होगी। विवाह व मांगलिक कार्यों के अवसर आएंगे। नौकरी में पदोन्नति तथा व्यापार में उन्नति के योग हैं।
वृष : इस राशि वालों के लिए बृहस्पति गोचर से मध्यम फलदायक है। मान- सम्मान में कमी का अनुभव हो सकता है। थका-हारा शरीर, मन उदास और निस्तेज चेहरा। खर्च की अधिकता से आर्थिक व्यवस्था बिगड़ सकती है। स्वास्थ्य से सम्बंधित कोई न कोई परेशानी बनी रहेगी।
मिथुन : वर्ष के प्रारंभ में इस राशि वालों को गोचर से आया बृहस्पति (भाग्य भावस्थ) सर्वथा अनुकूल है। स्वास्थ्य सुधरेगा और क्षमता मे वृद्धि होगी। उल्लेखनीय कार्य संपन्न होंगे। पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। शनि की ढैया के कारण घर परिवार से दूर रहने की स्थिति भी आ सकती है।वर्ष पर्यन्त हनुमान जी की उपासना लाभ देगी।
कर्क राशि–गोचरवश अष्टम भाव में आया बृहस्पति बहुविध परेशानी खड़ी कर सकता है। स्वास्थ्य में नई समस्या पैदा हो सकती है। शत्रु सक्रिय होकर हानि पहुंचाने की चेष्टा करेंगे। रोग, शोक की स्थिति पैदा हो सकती है। घर- परिवार से दूर रहना पड़ सकता है।
सिंह राशि : सुखद परिस्थितियों के वर्ष का आरम्भ हो रहा है। विवाह,पुत्र जन्मादिक मांगलिक कार्यों के अवसर आयेंगे। नौकरी मे उन्नति, व्यवसाय में प्रगति होगी। स्वास्थ्य मे सुधार होगा और भोजन -शयन इत्यादि दैनिक कार्यों मे अनुकूलता रहेगी सहायकों और परिवार का सहयोग मिलेगा । बौद्धिक क्षमता का विस्तार होगा। व्यवहार मे वाणी से प्रभाव स्थापित करेंगे। शनि वर्ष भर अनुकूल रहेंगे, जिससे रोग और शत्रु दोनों पर आप विजय प्राप्त करेंगें। प्रेम -सम्बन्धों मे प्रगाढ़ता आयेगी।
कन्या राशि : नया वर्ष मध्यम फलदायक है।बृहस्पति के कारण मन-मस्तिष्क में उदासी का भाव बना रहेगा।अच्छी से अच्छी और सुन्दर से सुन्दर वस्तु आपको आकर्षित न कर पायेगी।घर- बाहर कहीं भी मन को शान्ति न मिलेगी।मानसिक उलझनें बनी रहेंगी। पैसों की कमी का अनुभव और राजकीय कार्य में अवरोध मिलेगा।गोचर से पंचम शनि अच्छा फल नही देता है।शनि पंचमस्थ है। सितम्बर,अक्टूबर और नवम्बर कुछ अच्छा रहेगा।
तुला राशि : तुला राशि वालों के लिए इस वर्ष पंचमस्थ बृहस्पति उत्तम फलदायक हैं। प्रायः अधीनस्थ सभी कार्यों में सफलता मिलेगी।शनि की ढैया का भी प्रकोप है ,परन्तु अन्य ग्रहों का सहयोग मिल रहा है,अतः कुछ सामान्य अवरोध के बाद सभी कार्य पूरे होंगे।भौतिक सुख सुविधाओ मे वृद्धि होगी।आपके द्वारा कोई उल्लेखनीय कार्य भी होगा।ख्याति में बढ़ेतरी होगी। बौद्धिक क्षमता सुदृढ़ होगी।भूमि-भवन का अभिनव सुख मिलेगा।जमीन- जायदाद सम्बन्धी स्थिर कार्य हो सकते हैं।नौकरी मे उन्नति और व्यवसाय मे वृद्धि होगी।राहु और केतु का सहयोग होने से समस्त कार्य सिद्ध होंगे।नेत्र विकार की आशंका है।शनि की शान्ति का कोई उपाय करते रहें तो हितकर रहेगा।
वृश्चिक राशि : कठिनाइयों का योग प्राप्त हो सकता है। किंतु शनि अत्यन्त शुभ फलदायक है,जिससे हर कठिनाई को पार करते हुए सफलता प्राप्त करेंगे। आप का अधिकारी कोई न कोई आक्षेप लगा सकता है। मन में कुछ खिन्नता बनी रहेगी। शनि के कारण भूमि से सम्बंधित कोई स्थिर कार्य होगा। शत्रु पराजित होंगे अथवा आप से सुलह कर लेंगे। स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ परेशानी आती रहेगी। राहु के कारण वायु अथवा पित्त से सम्बंधित विकार पैदा हो सकते हैं।
धनु राशि : इस राशि वालों को तृतीय भाव मे आया गोचर का बृहस्पति पद-प्रतिष्ठा में कमी देगा। अधीनस्थ प्रायः सभी कार्यों में विघ्न -बाधाएं उपस्थित हो सकती हैं। कुछ न कुछ शारीरिक परेशानी बनी रहेगी। सगे सम्बन्धियो से विवाद हो सकता है। यात्राएं निष्फल जा सकती है। परन्तु सितम्बर, अक्टूबर और नवम्बर अनुकूल रहेगा।इस बीच अनेक महत्वपूर्ण कार्य पूरे होंगे। शनि की उतरती साढ़ेसाती है।अतः किसी महत्वपूर्ण कार्य का सम्पादन करेंगे। राहु और केतु अनुकूल नहीं हैं, अतः किसी नई बीमारी की गिरफ्त मे आ सकते हैं। शत्रु आपसे हार कर समझौता कर सकते है।आपका उत्साह बढ़ा रहेगा। गुरु -शनि और राहु का उपाय करते रहे। यह हितकर रहेगा।
मकर राशि : इस राशि वालों के लिए अनुकूल परिस्थितियों के साथ वर्ष प्रारम्भ हो रहा है। रुके और अधूरे कार्य पूरे होंगे। पूर्व से चली आ रही समस्याओं का समाधान मिलेगा।स्त्री -परिवार का सुख उत्तम रहेगा।विवाह आदि मांगलिक कार्यों का सम्पादन हो सकता है। मनोविकारों की समाप्ति होगी। शुभ कार्यों में प्रगति मिलेगी। वाहन सुख उत्तम रहेगा।जमीन जायदाद की वृद्धि का क्रम मिलेगा। शनि की साढ़ेसाती के कारण कुछ अवरोधों का भी सामना करना पड़ेगा। परन्तु राहु-केतु के अनुकूल रहने से अचानक बिगड़ा काम बन भी सकता है।
कुम्भ राशि : इस राशि में बृहस्पति का संचरण हो रहा है। जो अनेक समस्याओं को जन्म दे सकता है। आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।बौद्धिक कार्य में अड़चनें आ सकती हैं।निर्णय लेने की क्षमता मे न्यूनता हो सकती है। पारिवारिक सुख शान्ति में कमी आ सकती है। शनि, बृहस्पति ,राहु और केतु का उपाय वर्ष पर्यन्त करते रहें तो हितकर रहेगा।रोजी रोजगार मे झंझट को समाप्त करने लिए सुन्दर काण्ड का पाठ उत्तम रहेगा।
मीन राशि : इस राशि वालों के लिए एकादश भाव का शनि बहुविध शुभफलदायक है। साहस- पराक्रम में वृद्धि होगी और कार्यों को पूर्ण करने में तत्पर रहेंगे। कार्य क्षमता मे वृद्धि होगी। जैसा आप सोचे नहीं, वैसा लाभ प्राप्त करेंगे। सदाचार को बनाये रखे, अन्यथा परेशानी मे पड़ सकते हैं। बारहवें भाव का बृहस्पति पैसा खर्च कराता रहेगा।यह अपयश भी देगा। सितम्बर, अक्टूबर और नवम्बर अत्यन्त शुभफलदायक रहेगा। इस समयावधि में अधूरे कार्य पूर्ण होंगे। भूमि-भवन से सम्बन्धित कोई स्थिर कार्य होगा। बृहस्पति की शान्ति का कुछ उपाय करते रहने से समय बहुत अच्छा रहेगा। गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान तथा विष्णु समस्रनाम का पाठ करें।