जिला संवाददाता विजय कुमार वर्मा
बदायूँ : श्रम विभाग की टीम ने सोमवार को कृषि फर्मों, दुकानों पर छापेमारी कर 18 बाल श्रमिक मुक्त कराए। सभी बच्चों का मेडिकल कराकर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी सतेंद्र मिश्र, वरिष्ठ सहायक विचित्र सक्सेना,एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग यूनिट के मनोज कुमार, रवि कुमार एवं अन्य पुलिस कर्मियों की टीम ने तहसील बिसौली के विभिन्न स्थानों पर छापामारी की।
छापेमारी में विभिन्न कृषि फर्मों पर खेतों में आलू की खुदाई वा पैकिंग में कार्यरत दस बाल श्रमिक मिले। इसी के साथ ही बिसौली कस्बे में विभिन्न दुकानों पर छापेमारी की गई।
जहां आठ बाल श्रमिक मिले। इन सभी बच्चों को मुक्त कराया गया।
वरिष्ठ सहायक विचित्र सक्सेना ने बताया कि जिन कृषि फर्मों और प्रतिष्ठानों पर बच्चे कार्य करते पाए गए हैं, उनके मालिकों पर जुर्माना या 2 वर्ष की सजा या दोनों से दण्डित किया जा सकता है।
मामला सीजेएम की अदालत में जाएगा। अदालत से 20 हजार से 50 हजार रपये तक का जुर्माना और दो वर्ष की सजा तक हो सकती है। दिनभर श्रम विभाग के अधिकारियों की कार्रवाई से उन लोगों में हड़कंप मचा रहा जो बच्चों से काम कराते हैं। मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों का चिकित्सा परीक्षण कराकर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया।