मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में राष्ट्रीय तंबाकू निषेध कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर परामर्श शिविर का आयोजन कर जन समुदाय को तंबाकू के प्रयोग से होने वाली हानियों के संबंध में जागरूक किया जा रहा है |
उन्होंने आमजन से अपील की कि वह जानते हैं तंबाकू जानलेवा है और विश्व भर में रोकी जाने वाली मौतें और बीमारियों का एकमात्र सबसे बड़ा कारण तंबाकू सेवन है|
उन्होंने बताया कि प्रत्येक 6.5 सेकंड में एक मृत्यु ध्रुमपान से होती है जो कि भारत में 9 लाख लोगों की मौत का कारण बनती है और विश्व में 60 लाख लोगों की मौत सिर्फ तंबाकू के कारण ही हो जाती है जोकि से क्षयरोग, मलेरिया एवं एड्स होने वाली मौतों से ज्यादा है|
उन्होंने कहा कि तंबाकू सेवन करने वालों को कैंसर का खतरा बना रहता है , भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तंबाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं| उन्होंने कहा कि तंबाकू सेवन के कारण नपुंसकता , हृदय रोग, मधुमेह, टीवी, लकवा, फेफड़े के रोग एवं शवास संबंधी रोग होता है |
उन्होंने बताया कि जनसाधारण को जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर दिनांक 31 मई 2023 को पूर्वाहन 11:00 बजे एक चिकित्सा कैंप का आयोजन जिला चिकित्सालय पुरुष में किया जा रहा है |
उन्होंने बताया कि कैंप में चिकित्सकों द्वारा तंबाकू एवं अन्य नशीले पदार्थ के सेवन से होने वाले हानियों के बारे में निशुल्क परामर्श ,निशुल्क जांच एवं निशुल्क उपचार आदि की सेवाएं प्रदान की जाएगी| उन्होंने आमजन से अपील की कि वह या उनके किसी जानने वाले को किसी प्रकार की समस्या हो तो वह उक्त कैंप का लाभ उठाकर वहां चिकित्सकों से परामर्श ले सकते हैं व सेवा का लाभ उठा सकते हैं|