BUDAUN SHIKHAR

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती 2018 में निकली थी जिसकी परीक्षा 6 जनवरी 2019 को हुई थी। सरकार ने बाद मैं 7 जनवरी को पासिंग मार्क 60 और 65 प्रतिशत लगाया जिसको लेकर के शिक्षामित्र और अन्य भर्ती कोर्ट गए और कोर्ट की सिंगल बेंच से फैसला 40 और 45 प्रतिशत मार्क पर आया। सरकार सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ मई मे डबल बेंच गई।टीम राजवसु यादव ने भी प्राथमिक में बीएड की एंट्री के खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल की थी और कोर्ट को बीएड मुद्दे से अवगत कराया ।
टीम राजवसु यादव का कहना है की जब पर्याप्त मात्रा में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए ट्रेंड बीटीसी अभ्यर्थी है उसके बावजूद भी बीएड की एंट्री क्यों की जबकि कुछ राज्यों से बीएड को प्राथमिक से बाहर किया गया है और कुछ राज्यों में प्रथम वरीयता दी गई है अभी फिलहाल में ही बिहार सरकार ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती में डीएलएड को प्राथमिकता दी है उत्तर प्रदेश में भी बीटीसी को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में प्राथमिकता मिले इसीलिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और न्याय की राह देख रहे हैं बीटीसी प्रशिक्षु एक साल पूर्ण हुआ है और डबल बेंच मैं अभी शिक्षक भर्ती लटकी हुई है मानसिक शोषण अभ्यर्थियों का हो रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार 69000 शिक्षक भर्ती की ओर ध्यान नहीं दे रही है 1 साल हो गया और अभी तक टस से मस भर्ती नहीं हुई है।

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