गोरखपुर , एजेंसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से कई लोगों ने अपने स्वजन को खोया है। सरकार हर असहाय एवं निराश्रित के साथ खड़ी है। निराश्रित हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की घोषणा की गई है। इसके तहत चार हजार रुपये प्रतिमाह उनके भरण-पोषण के लिए दिए जाएंगे। जल्द ही इन बच्चों के विधिक अभिभावक के खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। कई महिलाएं भी कोरोना के कारण निराश्रित हुई हैं, सरकार उनके लिए भी योजना बना रही है। उन्हें विधवा पेंशन उपलब्ध कराया जाएगा और उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
कोरोना से निराश्रित महिलाओं के लिए वृहद कार्ययोजना
मुख्यमंत्री बुधवार को योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित विभिन्न परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गोरखपुर ग्रामीण, सहजनवा, बांसगांव, पिपराइच आदि विधानसभा क्षेत्रों की करीब 80 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 39.53 करोड़ रुपये की 48 योजनाओं का शिलान्यास जबकि 40.71 करोड़ रुपये लागत की 75 परियोजनाओं का लोकार्पण शामिल है। उन्होंने कहा कि कोरोना से निराश्रित हुई महिलाओं के लिए वृहद योजना बनाई जा रही है। शिविर लगाकर उनके विधवा पेंशन के फार्म भरवाए जाएंगे और पेंशन दिलाई जाएगी। इन महिलाओं को आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता, रसोइया एवं सरकार की अन्य योजनाओं के तहत समायोजित कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
कोरोना नियंत्रित हुआ है, खत्म नहीं
मुख्यमंत्री ने लोगों को कोरोना से बचने के लिए सतर्क करते हुए कहा कि अभी कोरोना नियंत्रित हुआ है, यह खत्म नहीं हुआ है। सतर्कता एवं सावधानी बरत कर हम इससे बच सकते हैं। जैसे रोज कपड़े पहनते हैं, उसी तरह मास्क भी जरूर लगाएं। मास्क कोरोना के साथ ही कई तरह के संक्रमण से आपकी रक्षा करेगा। इसे आदत में डालें। घर के अंदर भी मास्क लगा सकें तो बहुत अच्छा है लेकिन बाहर निकलते समय मास्क जरूर लगाएं। दूसरे लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों, निगरानी समितियों के साथ-साथ सभी के सहयोग से कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सका है। जब सभी लोग कोरोना से डरे हुए थे तो निगरानी समितियों में शामिल लोग अपने जान की परवाह किए बिना घर-घर जाकर लोगों के उपचार में मदद कर रहे थे। हमारे मन में उनके प्रति उचित सम्मान होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर कोरोना नियंत्रण के लिए कई उपाय किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने निश्शुल्क टीका उपलब्ध कराया है। सभी को टीका जरूर लगवाना चाहिए। टीका लगवाने के बाद यदि कोरोना होता भी है तो उसका असर काफी कम हो जाता है। गोरखपुर सहित पूरे प्रदेश में यह देखने को मिल रहा है कि लोग पहला डोज तो लगवा रहे हैं लेकिन दूसरे डोज को लेकर रुचि नहीं दिखा रहे, यह सही नहीं है। आपके कार्ड पर दूसरे डोज की तिथि लिखी होती है, उस समय जाकर टीका जरूर लगवा लें। दूसरे लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय 40 लाख कामगार उत्तर प्रदेश में बाहर से आए थे। उनकी आजीविका की व्यवस्था की गई। केंद्र सरकार की ओर से सभी को राशन मई से दीपावली तक निश्शुल्क राशन दिया जा रहा है। राज्य सरकार भी तीन महीने का निश्शुल्क राशन सभी कार्डधारकों को प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि जबतक कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता, हमें लापरवाही नहीं करनी है। यात्रा एवं बाहर जाने से परहेज करें क्योंकि एक गलती फिर पलायन को मजबूर कर सकती है। आगे भी कारोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है लेकिन इसको लेकर सरकार ने उपाय शुरू कर दिया है। हर आयु वर्ग के बच्चों के लिए दवा का वितरण कराया जा रहा है। अस्पतालों को तैयार किया गया है। इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक बिपिन सिंह, संत प्रसाद, महेंद्र पाल सिंह, डा. विमलेश पासवान, शीतल पांडेय, संगीता यादव, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी, पूर्व महापौर डा. सत्या पांडेय आदि उपस्थित रहे।
विकास ही ला सकता है लोगों के जीवन में खुशहाली
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब विकास किसी क्षेत्र विशेष का नहीं होता बल्कि प्रदेश के हर जिले, हर कस्बे व हर विधानसभा क्षेत्र का हो रहा है। विकास ही लोगों के जीवन में खुशहाली ला सकता है। यदि कोई योजना किसी क्षेत्र में स्वीकृत होती है तो सबका कर्तव्य है कि उसमें किसी प्रकार की बाधा न आने पाए क्यों कि इससे लागत बढ़ती है और परियोजना समय से पूरी नहीं हो पाती। जितनी भी परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है वे कोरोना काल खंड में पूरी हुई हैं। यानी सरकार ने कोरोना पर नियंत्रण के साथ ही विकास को भी प्राथमिकता पर रखा है। हमारी प्राथमिकता है कि जीवन के साथ जीविका को भी बचाया जाए और यही जीवन है।
पीएम स्वनिधि योजना की करें समीक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटरी व्यवसायियों को पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन दिया गया। पर जितने व्यवसायियों का पंजीकरण किया गया, सबको अभी लाभ नहीं मिल सका है। हर ब्लाक व कस्बे में इसकी समीक्षा कर सबको योजना का लाभ दिलाया जाए।
पीने के लिए प्रयोग किया जा सकेगा चिलुआताल का पानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से चिलुआताल के विकास कार्य का भी शिलान्यास हुआ है। इससे फर्टिलाइजन कालोनी सहित शहर के लोगों को भी पीने का पानी उपलब्ध हो सकेाग। उन्होंने मंदिरों के जीर्णोद्धार का जिक्र करते हुए कहा कि पर्यटन के रूप में मंदिरों आदि को विकसित करने से रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं।