लखनऊ । कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में रोज ही अपना रौद्र रूप दिखा रही है। प्रदेश में बीते 24 घंटों का जो आंकड़ा आया है, वह बेहद ही डराने वाला है। तमाम उपाय के बाद भी मौत की संख्या के साथ ही नए संक्रमितों का आंकड़ा लगातार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहा है। इसके बीच अस्पतालों में बेड, इंजेक्शन, ऑक्सीजन और दवा की भयंकर कमी है।
उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से 38055 नए संक्रमित सामने आए हैं। इसी बीच में 222 लोगों की सांसे भी थम गई हैं। अस्पतालों के साथ ही दुकानों पर ऑक्सीजन की भीषण किल्लत के बीच में कोरोना वायरस की दूसरी स्ट्रेन फेफड़ों पर हमला बोलकर लोगों की सांस ही थाम दे रही है। लोग ठगे से महसूस कर रहे हैं और डॉक्टर्स असहाय और लाचार होते जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटे में इलाज के बाद 23,231 लोगों को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया है। नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या संक्रमितों की संख्या करीब पौने तीन लाख है। इस समय प्रदेश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2,88,144 है और अब तक 10959 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक कोरोना संक्रमण से कुल 7,52,211 लोग ठीक भी हो चुके हैं। कल प्रदेश में 2,25,960 सैंपल्स की जांच की गई। अब तक प्रदेश में 3,95,40,989 सैंपल्स की जांच की गई है।
रेमडेसिविर उपलब्ध : अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में रेमडेसिविर के अब तक 18,000 इंजेक्शन प्राप्त हुए हैं। रेमडेसिविर के इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि डॉक्टर की दवा की पर्ची दिखाने पर ऑक्सीजन सिलेंडर दिया जाए ताकि होम आइसोलेशन में लोगों को परेशानी न हो। प्रदेश में ऑक्सीजन के लिए नियंत्रण कक्ष खोला गया है। जिसके माध्यम से अस्पतालों को कब, कहां, कितनी ऑक्सीजन जा रही है, इसकी निगरानी की जा रही है। ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।