मिरहची (एटा): सौ वर्ष पूर्व काशी विश्वनाथ मंदिर से चोरी हुई करोड़ों देशवासियों की आस्था का प्रतीक मां अन्नपूर्णा मूर्ति की यात्रा की सफलता को प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने मिरहची क्षेत्र में बनाये गये प्वाइंटों की स्थलीय समीक्षा की।
डीएम अंकित अग्रवाल, एसएसपी उदय शंकर सिंह, एसडीएम सदर शिवकुमार सिंह, सीओ सदर राघवेंद्र भदौरिया ने भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप जैन, यात्रा संयोजक व्यापारी नेता प्रमोद गुप्ता, क्षेत्रीय विधायक बीरेंद्र सिंह लोधी, ब्लाक प्रमुख रवि वर्मा, जिला पंचायत सदस्य बंटी राजपूत के साथ मिरहची क्षेत्र में बनाये गये दोनों प्वाइंटों मिरहची एवं सिरसाटिप्पू गांव पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों के चलते सौ वर्ष पूर्व काशी विश्वनाथ मंदिर से चोरी हुई मूर्ति कनाड़ा से बरामद कर ली गई है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त मां अन्नपूर्णा की मूर्ति करोड़ों देशवासियों की आस्था का प्रतीक है। दो दिन पश्चात मां अन्नपूर्णा की गौरवशाली मूर्ति रथयात्रा के माध्यम से कस्बा आयेगी। कस्बा एवं सिरसाटिप्पू गांव में लोगों को दर्शन कराते हुये उपरोक्त मूर्ति को 14 नबंवर को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को रिसीव कर विधिवत मंदिर में स्थापित करेंगे। क्षेत्रीय विधायक बीरेंद्र सिंह लोधी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा मूर्ति का गौरवशाली इतिहास रहा है। यह मूर्ति पूरे देश में एक ही है। उन्होने बताया कि दिल्ली से चलने वाली अन्नपूर्णा यात्रा कासगंज के रास्ते होकर मिरहची, सिरसाटिप्पू होती हुई एटा पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि उपरोक्त अन्नपूर्णा यात्रा एटा से मैनपुरी के रास्ते में पड़ने वाले गांव और कस्बों से होती हुई काशी पहुंचेगी।