अब तक क्षेत्र में जा चुकीं हैं बुखार से 29 जान, डेंगू और बुखार के मिल रहे नित नये रोगी
संवाद सूत्र, मिरहची: डेंगू और बुखार पीड़ितों के लिये शनिवार भी राहत भरा नहीं रहा। दो बुखार पीड़ितों की आगरा में उपचार के दौरान मौत हुई है। अब तक क्षेत्र में 29 लोगों की बुखार से जाने जा चुकी हैं। क्षेत्र में डेंगू और बुखार के मरीजों का मिलने का सिलसिला जारी रहने के कारण लोग राहत महसूस नहीं कर रहे।
लगभग ढ़ाई माह से डेंगू और बुखार का प्रकोप अनवरत रुप से जारी है। क्षेत्र में शुक्रवार को कस्बे की महिला लीलावती का कासगंज के निजी चिकित्सक के यहां उपचार के दौरान मौत हुई थी। शनिवार को गांव जारथल निवासी 64 वर्षीय भूदेव सिंह और महिला बेलवती की आगरा में उपचार के दौरान मौत हुई है। क्षेत्र में डेंगू और बुखार के मरीजों में कमी नहीं आ रही। कस्बा और क्षेत्र में अब तक तीन दर्जन से अधिक लोगों की जान जा चुकी हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में आज तक कोई मौत दर्ज नहीं है। कस्बा निवासी रामदर्शन पाठक, प्रखर माहेश्वरी, पुष्पेंद्र कुमार, नरेश माहेश्वरी, अलका माहेश्वरी आदि मरीजों का बरेली और अलीगढ़ में उपचार चल रहा था। वह स्वस्थ्य होकर घर वापस आ गये हैं।
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त्योहारी सीजन में लोग बरतें सावधानी
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिरहची के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. राहुल यादव ने कहा कि कस्बा व क्षेत्र कोरोना मुक्त है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। त्योहारी सीजन चल रहा है लोग भीड़भाड़ से बचें। यदि आवश्यक कार्य से बाजार जाना पड़े तो मुंह पर मास्क लगाकर जायें। संभव हो सके तो दो गज की दूरी का पालन भी करें। हाथों को सेनेटाइज करते रहें। परिवार अथवा परिजनों को सुरक्षित रखने के लिये कोरोना के नियमों का पालन करते हुये वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लगवायें।
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जिला अथवा ग्रामीण क्षेत्र में बुखार के रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है, लेकिन लोगों को इससे बचने के लिये एहतियात बरतनी होगी। मौसम में परिवर्तन हो रहा है। यह परिवर्तन ही रोगों को आमंत्रण देता है। साथ ही उन्होंने झोलाछाप चिकित्सकों से उपचार न कराने की चेतावनी देते हुये बताया कि यह मरीजों का गलत उपचार कर रोगी की हालत खराब कर देते हैं। उन्होंने कूलर से पानी निकालने के साथ आसपास जलभराव न होने देने की हिदायत दी। उन्होंने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की कुल 728 टीमें क्षेत्र में सक्रिय हैं। जो बुखार प्रभावित गांवों में काम कर रहीं हैं। जिला व क्षेत्र में अब तक डेंगू से कोई मौत नहीं हुई है। डा. उमेश चंद्र त्रिपाठी सीएमओ (एटा)