संवाद सूत्र, मिरहची: मंगलवार को बीनू चौहान हत्याकांड की जांच करने पहुंची विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा से आये वैज्ञानिकों की तीन सदस्यीय टीम के लोगों ने बीनू हत्याकांड से जुड़े पहलुओं पर गहनता से जांच की। लगभग तीन चार घंटे तक चली जांच कार्रवाई के दौरान थाना मिरहची का पुलिसबल मौजूद रहा।
लगभग ढाई माह पूर्व 26 अक्टूबर की रात्रि कस्बा के जिन्हैरा मार्ग स्थित हनुमान मंदिर के पीछे स्थित गली में रह रहे नगला श्याम निवासी दुष्यंत चौहान की पत्नी बीनू के साथ हुई गोलीकांड से सबंधित तमाम पहलुओं की जांच की। इस दौरान विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा से आये वैज्ञानिकों मिथलेश कुमार मल्ल एवं चंद्रमोहन सिंह ने मृतका बीनू के पति दुष्यंत के आवास एवं आसपास एरिया के फुटेज एकत्रित किये।
घटना पिछले 26 अक्टूसर की है जब रात्रि के समय दुष्यंत चौहान की पत्नी बीनू चौहान घर में बाहर वाले कमरे में पुताई कार्य कर रही थी। बीनू की गत छह दिसंबर को आगरा के नर्सिंग होम में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। बीनू की मृत्यु के उपरांत आक्रोशित क्षत्रिय समाज के सैकड़़ो समर्थकों ने नामजद आरोपियों के विरुद्घ कार्रवाई को लेकर थाने के सामने मृतक महिला का शव रखकर कई घंटे आगरा बरेली हाइवे अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया था। सुनवाई न होने की स्थिति में आक्रोशित लोगों ने बीनू के शव को कस्बा मिरहची के चौराहे पर रखकर पुनः मार्ग अवरुद्ध कर बाजार बंद करा दिया था। आक्रोशितों की व्यथा सुनने पहुंचे एसएसपी उदयशंकर सिंह ने लोगों की मांग सुन जांचोपरांत दोषी पाये जाने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन देकर अवरुद्ध मार्ग को खचलवा दिया था।
बुधवार आज जांच को कस्बा पहुंची जांच टीम में शामिल विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा से आये वैज्ञानिकों मिथलेश कुमार मल्ल एवं चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि आज हम लोगों ने जांच के दौरान जो फुटेज एकत्रित किये हैं उन पर प्रयोगशाला में शोध कर हत्याकांड से संबंधित सही तथ्यों को जांच अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। ताकि हत्याकांड में सलिप्त दोषियों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई अमल में लाई जा सके। जांच के दौरान घटनास्थल पर प्रभारी निरीक्षक जयेंद्र प्रसाद मौर्य, उपनिरीक्षक जवाहर सिंह धाकरे, उपनिरीक्षक अनिरुद्घ कुमार मय पुलिसबल के मौजूद रहे।