एटा (सू0वि0)। राज्य महिला आयोग उ0प्र0 की सदस्य श्रीमती रामसखी कठेरिया ने कहा कि राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीडन की रोकथाम, पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने तथा आवेदकों की सुविधा की दृष्टि से जिला स्तर पर महिला उत्पीड़न के मामलों हेतु जनसुनवाई की व्यवस्था की गई है। शासन का प्रयास है कि महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, उनकी सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर प्रत्येक थाने में की जाए। इसके साथ ही महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से महिला हैल्पलाईन नम्बरों को व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए।
महिला आयोग की सदस्य श्रीमती रामसखी कठेरिया ने गुरूवार को एटा जिले के पीडब्लूडी निरीक्षण भवन में पहुंचकर महिला उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई की। उन्होंने कहा कि शासन महिला उत्पीड़न के मामलों में बेहद संवेदनशील है, महिला उत्पीडन के मामलों में दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने और पीडित महिलाओं को राहत पहुंचाने के लिये अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से शासन के महत्वपूर्ण निर्णयों एवं योजनाओं का जिले में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों द्वारा महिला उत्पीडन के मामलों में समय से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, जिससे जिलेभर की महिलाओं को न्याय मिल सके। गैस्ट हाउस में आयोजित जनसुनवाई के दौरान 22 महिला उत्पीड़न संबंधी प्रकरण प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर अलंकार अग्निहोत्री, क्षेत्राधिकारी नगर राजकुमार सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी मिथलेश कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी सुखवीर सिंह, महिला थानाध्यक्ष कंचन कटियार, सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारीगण आदि मौजूद थे।
