एटा (सू0वि0)। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देश तथा माननीय अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश एटा के निर्देशानुसार मंगलवार को सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एटा श्रीमती साधना कुमारी गुप्ता द्वारा जनपद में स्थित वृद्धाश्रम में निवास कर रहे व्यक्तियों हेतु विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जनपद में स्थित वृद्धाश्रम में निवास कर रहे सभी वृद्धजनों को उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया तथा वहाॅ उपस्थित सभी वृद्धजनों की समस्याओं को सुना गया।
सचिव द्वारा वृद्धाश्रम में निवास कर रहें वृद्ध पुरूषों एवं महिलाओं की समस्याओं की समस्याओं को सुना गया। उपस्थित वृद्धजनों द्वारा वहाॅ पीने के पानी की समस्या को बताया गया। सचिव द्वारा रसोईघर व कमरों का निरीक्षण किया गया। वहाॅ उचित साफ-सफाई नही पायी गयी। सचिव द्वारा रजिस्टरों का अवलोकन किया गया। जिसमें रजिस्टर उचित प्रारूप में नही थे और न ही उनके रजिस्टर नम्बर चस्पा थे। सचिव द्वारा अधीक्षिका सुश्री काजल को निर्देशित किया गया कि रजिस्टरों को उचित प्रारूप में बनाये तथा साफ-सफाई की उचित व्यवस्था करें। ताकि वृद्धजन एक अच्छा जीवन जी सकें।
सचिव द्वारा वृद्धाश्रम में निवास कर रहे व्यक्तियों को कोरोना वायरस के लक्षणों के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये अवगत कराया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए वे अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें तथा छींकते व खाॅसते समय अपने मुॅह पर कपडा अथवा रूमाल आदि अवश्य बाॅधें तथा हर पल अपने चेहरे पर मास्क लगाये रखें। सचिव द्वारा उन्हे यह भी अवगत कराया गया कि अपने हाथों को किसी भी साबुन से प्रत्येक 20 मिनट बाद धोते रहे अथवा सैनीटाइजर का प्रयोग करें तथा स्वंय को अस्वस्थ महसूस होने पर तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें।
सचिव द्वारा वृद्धजनों को फल वितरित किये गये तथा सचिव द्वारा अधीक्षक वृद्धाश्रम एटा को निर्देशित किया गया कि वह वृद्धाश्रम के अन्दर साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रखे और यदि कोई भी व्यक्ति अस्वस्थ नजर आये तो उसे तुरन्त चिकित्सक को दिखायें। इस शिविर में सचिव द्वारा वृद्धाश्रम को कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रखने के संबंध में अधीक्षक वृद्धाश्रम एटा द्वारा की गयी व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा भी की गयी।
