जवाहरलाल क्राइम रिपोर्ट
कासगंज । मोटर वाहन अधिनियम में सरकार द्वारा संशोधन होने के बावजूद दोपहिया वाहनों के अलावा अन्य वाहनों पर इस कानून का कोई असर नहीं है जिले की सीमा से डग्गामार वाहन पुलिस एवं यातायात प्रशासन को ठेंगा दिखाकर धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं ।
शहर में नियम के मुताबिक गति सीमा लागू नहीं है इसके कारण अच्छी सड़कें होने के वजह यह भी है के चालक सरपट दौड़ते हैं उसी का नतीजा है कि आज मथुरा बरेली मार्ग पर शहर के बीचो बीच निजी बस द्वारा सड़क पर चल रहे राहगीरों को कुचल दिया मौके पर दो राहगीरों ने दम तोड़ दिया और एक वृद्ध ने अस्पताल में दम तोड़ दिया तथा दो गंभीर अवस्था में घायल हो गए ।
अपुष्ट सूत्र बताते हैं के बस नंबर यूपी 83 टी 5485 रोडवेज बस स्टैंड की तरफ से नदरई की तरफ जा रही थी बीच में व्यस्ततम माल गोदाम चौराहा के निकट जाकर अपना आपा खो बैठा उस अनियंत्रित बस ने राहगीरों को ही नहीं कुचला अन्य पास में दुकानदार भी बाल बाल बचे बस से भागते चालक को भीड़ ने दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया घटना होना कोई बहुत बड़ी चीज नहीं है लेकिन उसका विश्लेषण बहुत जरूरी है जैसी जानकारी प्राप्त हो रही है ।
कासगंज से मथुरा बरेली मार्ग पर 1 दर्जन से अधिक डग्गामार वाहन यातायात पुलिस एवं परिवहन विभाग की सांठगांठ से बरेली से जयपुर तक दौड़ लगा रहे हैं एक तरफ जहां राजस्व की हानि हो रही है वही सुरक्षा को भी खतरा है सरकार द्वारा जहां इनके चालान के कोटा निर्धारित किए जाते हैं प्रशासन द्वारा पीछा करने पर यह बेलगाम होकर दौड़ते हैं जहां दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता जैसी जानकारी मिल रही है ।
यह दुर्घटनाग्रस्त वाहन बस नंबर यूपी 83 टी 5485 गुजरे दो ढाई सालों में आधा दर्जन से अधिक मोटर वाहन कानून के उल्लंघन मैं निरोधात्मक कार्रवाई की शिकार हुए लेकिन जो जुर्माना इनसे वसूला गया है । अभिलेख बताते हैं विक्की दो पहिया वाहन से बहुत कम जुर्माना प्रशासन ने बसूला है डग्गामार वाहनों के लिए सरकार द्वारा बनाया गया मोटर वाहन कानून बौना साबित हो रहा है । यह कानून केवल दोपहिया वाहनों पर ही भारी पड़ रहा है यहां तक की शहर अी से अन्य नगरों में चलने वाले दुपहिया वाहन धड़ल्ले से ओवरलोड सवारियां ढो रहे हैं उन वाहनों से भीषण हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता ।