सम्वाददाता द्वारा
कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला उद्योग बन्धु की बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि जनपद में औद्योगिक गतिविधियों में गति लाने के लिये बैंकर्स समस्त ऋण आवेदन पत्रों को शीघ्र निस्तारित करते हुये लाभार्थियों को समय से और प्रोजेक्ट के अनुसार पूरा ऋण वितरण करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक दशा में कार्य में प्रगति चाहिये, बहाना नहीं।
बैंकों द्वारा काफी संख्या में ऋण आवेदन पत्र वापस कर दिये जाने पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऋण आवेदनों की पूरी जांच करने के बाद ही इन्हे वापस करें। आंकड़े प्रस्तुत करने से पहले अधिकारी स्वयं उनकी ठीक से जांच कर लें। प्रकरणों की पूरी जानकारी रखें। अगली बैठक में प्रगति अवश्य दिखनी चाहिये। बैठक में कुछ अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की।
समीक्षा में पाया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में लक्ष्य 47 इकाई स्थापित करने के सापेक्ष बैंकों को 117 आवेदन पत्र भेजे गये। बैंकों द्वारा 19 आवेदन स्वीकृत कर मात्र 09 पर ऋण वितरित किया गया, 47 आवेदन वापस कर दिये, शेष बैंकों में लम्बित हैं। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में लक्ष्य 35 के सापेक्ष बैंकों को 86 आवेदन पत्र भेजे गये। बैंकों द्वारा 10 आवेदन स्वीकृत कर मात्र 08 पर ऋण वितरित किया गया, बैंकों द्वारा 72 आवेदन वापस कर दिये गये, शेष बैंकों में लम्बित हैं। एक जनपद एक उत्पाद योजना में लक्ष्य 20 इकाई स्थापना के सापेक्ष 94 आवेदन बैंकों को भेजे गये। बैंकों द्वारा मात्र 04 आवेदन स्वीकृत कर 02 पर ऋण वितरित किया गया है। बैंकों द्वारा 05 आवेदन वापस कर दिये शेष 85 बैंकों में लम्बित हैं।
बैठक में उद्यमियों द्वारा कासगंज से अमांपुर रोड ठीक कराने का अनुरोध किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, अपर जिलाधिकारी ए0के0श्रीवास्तव, उपायुक्त उद्योग प्रेमकांत, अधिशाषी अभियंता विद्युत, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी व सम्बन्धित अधिकारी तथा सतीश गुप्ता, अखिलेश अग्रवाल व अन्य उद्यमीगण उपस्थित रहे।
