निर्वाचन कार्य में लगने वाले समस्त कार्मिकों का डबल डोज वैक्सीनेशन होना अनिवार्य।
बदायूँ शिखर सम्वाददाता
कासगंज: जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार मे विधानसभा सामान्य निर्वाचन की तैयारियों के सम्बन्ध में आयोजित निर्वाचन बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि जिन क्षेत्रों में पूर्व में मतदान के दौरान कोई विवाद रहा हो या राजनैतिक प्रतिद्वन्दता हो अथवा वहां स्थिति संवेदनशील रही हो तो ऐसे समस्त क्षेत्रों में पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से भ्रमण कर निर्वाचन के दृष्टिगत स्थिति का भलीभांति आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सेक्टर आफीसर, पुलिस से समन्वय बनाकर रखें। बल्नरेबिल और क्रिटीकल बूथों का चिन्हांकन अलग-अलग होना है। जिले के ऐसे बूथों का भीे चिन्हित कर लें, जहां लोगों को मतदान करने से रोका जा सकता है। यह जरूरी नहीं है कि जिन स्थानों पर पूर्व में विवाद रहा हो, वहीं फिर विवाद हो। इसके लिये क्षेत्र में जाकर पूरी जानकारी कर लें। निर्वाचन आयोग को बल्नरेबिल और क्रिटीकल बूथों के चिन्हांकन की सूचना अतिशीघ्र उपलब्ध करानी है। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन में लगने वाले समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों का डबल डोज वैक्सीनेशन होना अनिवार्य है। यदि कहीं वैक्सीनेशन कैम्प लगवाना हो तो बता दें, लगवा दिया जायेगा। शतप्रतिशत वैक्सीनेशन होने का प्रमाण पत्र भी देना होगा।
पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में वल्नरेबिल मैपिंग के लिये एक इंस्पेक्टर तैनात है। कोई सूचना या समस्या हो तो उसे अवगत करा दें। विगत चुनावों में किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई हो तो इसे अवश्य देखें। जिन स्थानों पर अधिक संख्या में शस्त्र बरामद हुये हैं या मुकद्दमें दर्ज हुये हों तो उन्हें जरूर चिन्हित कर लिया जाये।
बैठक में बताया गया कि जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में अब तक 19 पोलिंग बूथ अतिसंवेदनशील श्रेणी में तथा 270 पोलिंग बूथ संवेदनशील श्रेणी में चिन्हित किये जा चुके हैं।
बैठक में अपर जिलाधिकारी एके0 श्रीवास्तव, समस्त एसडीएम, पुलिस क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार तथा समस्त थाना प्रभारी उपस्थित रहे।