जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में किया ध्वजारोहण।
कासगंज: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के जन्म दिवस 02 अक्टूबर को 152वां गांधी जयंती समारोह सम्मानपूर्वक आयोजित किया गया। समस्त राजकीय भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यापर्ण किया गया। विद्यालयों में गाँधी जी व शास्त्री जी के जीवन दर्शन, देश सेवा एवं प्रेरक प्रसंगों से ओतप्रोत कार्यक्रम हुये तथा गांधी जी के बताये हुये मार्ग पर चलने का सभी से आह्वान किया गया।
जिलाधिकारी चन्द्रप्रकाश सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रातः राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यापर्ण कर नमन करते हुये गांधी जी के सपनों को साकार करने के लिये सभी से आह्वान किया। गांधी जी का प्रिय भजन रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम का गायन किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि गांधी जी ने सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलाई। राष्ट्र की सामाजिक व आर्थिक मजबूती के लिये उन्होंने कुरीतियों व भेदभाव को दूर कर समानता का अधिकार दिलाया तथा मानवता की सेवा करने पर विशेष बल दिया। देशभक्ति, अहिंसा, ईमानदारी और सादगी के प्रतीक स्व0लाल बहादुर शास्त्री की भी आज हम जयंती मना रहे हैं। हम सब गांधीजी और शास्त्री जी के पद चिन्हों पर चलें, अपने दायित्वों को समय से पूरा करें। सबसे निचले वर्ग के व्यक्ति के होंठों पर मुस्कान लायें ंतो खुशहाली आयेगी। सरकारी योजनाओं को पूरे मन, वचन और कर्म से लागू करें। जो दायित्व जिसे सौंपा गया है उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से पूरा करें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्वांजलि होगी।
गोष्ठी में अपर जिलाधिकारी ए0के0 श्रीवास्तव, एसडीएम अशोक कुमार, बीपी सक्सैना व राजेश गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट स्थित सभी अनुभागों, विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र ने विकास भवन परिसर में ध्वजारोहण कर महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यापर्ण किया तथा गांधी जी के सपनों को साकार करने के लिये सभी से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सादगी की मूर्ति गांधी जी के जीवन में सद्विचार, कर्म और श्रम की प्रधानता थी। गांधी जी ने स्वच्छता का सन्देश दिया। इस अवसर पर पीडी डीआरडीएम रामायण सिंह, डीएसटीओ सुरेश चन्द्र, जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी ज्ञान देवी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।