जिला सम्वाददाता
कासगंज: जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने बताया कि जनपद मंे क्रय किये जाने वाले धान की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं आ पाती है एवं कृषक संतुष्ट नहीं है तो वह तहसील स्तर पर कार्यरत क्षेत्रीय विपणन अधिकारी के यहां अपील कर सकता है। क्षेत्रीय विपणन अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति विलम्बतम 48 घण्टे में कृषक के सम्मुख विश्लेषण कर निर्णय लेगी। इस समिति में मण्डी सचिव/कृषि विपणन निरीक्षक, केन्द्र प्रभारी तथा दो स्वतंत्र कृषक सदस्य होंगे। जिले मंे 01 अक्टूबर से धान क्रय के लिये 18 केन्द्र बनाये गये हैं। इन केन्द्रों पर पंजीकरण के आधार पर धान की खरीद की जायेगी।
तहसील स्तर पर धान क्रय व कस्टम मिल चावल सीएमआर के भण्डारण हेतु सम्बन्धित एसडीएम को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। तहसील स्तर पर धान खरीद सुचारू रूप से सम्पन्न करने व प्रभावी अनुश्रवण हेतु सम्बन्धित उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित कर दी गई है, जिसमंे क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, प्रत्येक क्रय ऐजेंसी का प्रभारी, एडीसीओ सहकारिता, मण्डी सचिव, कृषि विपणन अधिकारी, बांट माप अधिकारी तथा 02 प्रगतिशील कृषक सदस्य बनाये गये हैं। यह समिति सप्ताह में एक बार धान क्रय की समीक्षा व अनुश्रवण करेगी।
क्रय केन्द्रों व भण्डारण डिपो पर सही तौल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला खरीद अधिकारी/अपर जिलाधिकारी ए0के0श्रीवास्तव की अध्यक्षता में समिति गठित है। समिति के सदस्य बांट मांप विभाग के अधिकारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी व भारतीय खाद्य निगम डिपो के भण्डारण प्रबन्धक हैं। जनपद में कार्यरत मिलों को प्रेषित धान, बोरा एवं निर्मित सीएमआर के स्टाक का सत्यापन करने हेतु प्रत्येक मिल का हर सोमवार व गुरूवार को सत्यापन कराने हेतु गठित समिति में उपजिलाधिकारी, क्रय संस्था के जिला स्तरीय अधिकारी तथा खाद्य विभाग के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी सदस्य बनाये गये हैं।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी विजय कुमार शुक्ला ने बताया कि जनपद में प्रत्येक सोमवार से बृहस्पतिवार तक सप्ताह में 04 दिन एक किसान से अधिकतम 50 कुण्टल धान क्रय किया जायेगा। शुक्रवार एवं शनिवार के दिन किसान 50 कुण्टल से अधिक धान बेंच सकेगा।