- सांसद, विधायक सहित महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लेकर रखें उनके स्वस्थ भविष्य की नींव।
- किसानों की फसल को जल्द खराब होने से बचाने के लिये अपनाई जाये नवीनतम तकनीक।
कासगंज (सू0वि0)। माननीय राज्यपाल उ0प्र0 श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कासगंज आकर कलेक्ट्रेट परिसर में उद्योग, ग्रामोद्योग, जैविक खेती व अन्य विभागों के प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन करने के बाद रूद्राक्ष सभागार में किसानों, शिक्षा एवं टीबी ग्रसित बच्चों के सम्बन्ध में समीक्षा की। जहां जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने जनपद कासगंज की उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर एक जनपद एक उत्पाद की लाभार्थियों को टूल किट वितरित किये गये। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट परिसर में उनके द्वारा परिजात का पौधा भी लगाया गया।
माननीय राज्यपाल ने कहा कि बच्चों की प्राथमिक शिक्षा मजबूत होनी चाहिेये। उसी के आधार पर उनका भविष्य निर्भर करता है। शिक्षा के क्षेत्र में जिलाधिकारी द्वारा कराये गये कार्यो की प्रशंसा करते हुये उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में बच्चों को अच्छी शिक्षा और सुविधायें मिलना अच्छी बात है। उन्होंने सुझाव दिया कि विद्यालय के फर्नीचर आदि में विभिन्न रंगों का प्रयोग किया जाये और उस पर फल सब्जी, फूल आदि के स्टीकर चिपकाये जायें जिससे बच्चे अच्छे ढंग से सीख सकें। उन्होंने कहा कि दरियावगंज झील क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाकर एक पिकनिक प्लेस बनाना असली विकास है। मा0 राज्यपाल ने कहा कि यहां बहुत अच्छे कार्य हो रहे हैं इन्हें और भी आगे बढ़ायें। उन्होंने राशि के पौधे लगाने और पंच तंत्र का निर्माण कराने का भी सुझाव दिया।
मा0 राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कृषकांे की आय बढ़ाने के लिये कृषि उत्पादों के रखरखाव हेतु योजनायें संचालित की जा रही हैं। इससे किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। एफपीओ की जानकारी करते हुये उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का किसान भरपूर लाभ उठायें और आगे बढ़ने का प्रयास करें। अपने मन से पिछड़ेपन की भावना निकाल दें। आगे बढ़ें। केन्द्र व राज्य सरकार आपके साथ है।
मा0 राज्यपाल ने टीबी ग्रसित बच्चों की जानकारी लेते हुये कहा कि अधिकारियों के साथ ही सांसद, विधायक एवं डिग्री कालेज के प्रधानाचार्य भी टीबी ग्रसित बच्चों को ठीक होने तक गोद लें और यह प्रक्रिया जनपद के टीबी मुक्त होने तक बनाये रखें। टीबी की बीमारी हमारे नन्हें मुन्ने बच्चों के जीवन को बर्बाद कर देती है। ऐसे बच्चों को सरकार द्वारा 500 रू0 प्रतिमाह दिये जाते हैं, उनका सदुपयोग हो और इन बच्चों को समुचित पौष्टिक आहार मिले तो जल्द ठीक हो जायेंगे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने अवगत कराया कि जनपद में 63 टीबी ग्रसित बच्चों को अधिकारियों द्वारा गोद ले रखा है। नया जिला होने के बावजूद यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर का समुचित विकास हुआ हैं। जनसुनवाई में यह जिला उ0प्र0 में प्रथम तथा अन्य योजनाओं व कार्यक्रमों में भी अग्रणी रहता है। गंगा वन, भागीरथी वन, बूढ़ी गंगा का जीर्णोद्वार, स्टेडियम, दरियावगंज झील का सौन्दर्यकरण कर पर्यटन स्थल बनाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य हुये हैं। दरियावगंज क्षेत्र से शराब की भट्टियों को हटवाकर अपराध मुक्त बनाया गया है। किसानों की आय बढ़ाने के लिये औषधीय एवं व्यवसायिक खेती, पशु पालन के लिये किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। निराश्रित गौवंशों के लिये यहां उच्चकोटि की 15 गौशालायें हैं।
इस अवसर पर विधायक कासगज देवेन्द्र सिंह राजपूत, विधायक पटियाली ममतेश शाक्य, जिला पंचायत अध्यक्ष रत्नेश कश्यप, जिलाध्यक्ष भाजपा केपी सिंह सोलंकी, मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, अपर जिलाधिकारी एके श्रीवास्तव सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, प्रगतिशील किसान, एनजीओ प्रबन्धक, टीबी से स्वस्थ हुये बच्चे, शिक्षक आदि उपस्थित रहे।