कासगंजः जिला कृषि अधिकारी सुमिज कुमार चैहान ने किसान भाइयों को अवगत कराया है कि जनपद में खरीफ सीजन शुरू होने में मात्र कुछ ही दिन बचे है, इसलिए किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि मई-जून महीनें में खेत की गहरी जुताई करें जिससे खेत में मौजूद हानिकारक कीट नष्ट हो जाये साथ ही खेत में मौजूद फसल अवशेष सड़कर खाद बन जाते है। ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करने से मृदा की संरचना में सुधार होता है जिससे मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है जो फसलों की बढ़वार के लिए उपयोगी होती है। मृदा के अन्दर छिपे हुए हानिकारक कीड़े मकोड़े उनके अण्डे लारवा प्युपा एवं खरपतवारों के बीज गहरी जुताई के बाद सूर्य की तेज किरणों के सम्पर्क से आने से नष्ट हो जाते है तथा जमीन में वायु संचार बढ़ जाता है जो लाभकारी सूक्ष्म जीवों के वृद्धि एंव विकास में सहायक होता है तथा कीट एवं रोगों के नियंत्रण हेतु बुबाई से पूर्व भूमि शोधन एव बीज शोधन अवश्य करें। भूमि शोेधन के लिए 2.5 किलोग्राम व्युवेरिया एवं 2.5 किलोग्राम ट्राईकोडरमा को 60 से 65 किलोग्राम गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर तैयार करें । बुबाई से पूर्व प्रति हैैक्टेयर भूमि में छिड़क-कर जुताई करें साथ ही कृषक बन्धुओ को अवगत कराना है कि कृषि विभाग,उत्तर प्रदेश कृषि रक्षा अनुभाग द्वारा फसलो की कीट रोग समस्या के समाधान हेतु सहभागी फसल निगरानी एव निदान प्रणाली यानि पी0सी0एस0आर0एस0 एक नवीन प्रणाली शुरू की है, इसका व्हाट्स एप नं0-9452247111 एवं 9452257111 जिस पर रोग ग्रस्त फसल की फोटो खीचकर भेजने पर 48 घन्टे के अन्दर समस्या का समाधान हो जायेगा।