जिले के प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में कासगंज ब्लाक परिसर में हुआ भव्य कार्यक्रम।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित।
वन्दे मातरम् का हुआ सामूहिक गायन। निकाली गईं प्रभात फेरी। सभी विकास खण्डों पर भी हुये कार्यक्रम।
मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के शुभारंभ तथा मा0 मुख्यमंत्री जी के उद्बोधन का एलईडी वैन द्वारा किया गया सजीव प्रसारण।
कासगंज (सू0वि0)।भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणादायी जनक्रांति चैरी चैरा आन्दोलन के 100 वर्ष में प्रवेश के अवसर पर मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ किया गया। मा0प्रधानमंत्री जी के आर्शीवचनों व मा0 मुख्यमंत्री जी के उद्बोधन का सजीव प्रसारण एलईडी वैन द्वारा किया गया। जनपद मुख्यालय के साथ ही समस्त विकास खण्डों पर भी शहीदों के बलिदान की गौरव गाथा को याद करते हुय प्रभात फेरी और कार्यक्रमों का भव्यता के साथ अयोजन किया गया। नगर पालिका परिसर कासगंज से ब्लाक कासगंज परिसर तक प्रभात फेरी निकाली गई।

जनपद के प्रभारी मंत्री/मा0 राज्यमंत्री पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन विभाग उ0प्र0 श्री अनिल शर्मा जी की अध्यक्षता एवं विधायक सदर देवेन्द्र सिंह राजपूत, विधायक अमांपुर देवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक पटियाली ममतेश शाक्य, जिलाध्यक्ष भाजपा के0पी0सिंह सोलंकी, जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर व अन्य जनप्रतिनिधियों एवं जिलास्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में, चैरी-चैरा शताब्दी समारोह के शुभारंभ के अवसर पर कासगंज विकास खण्ड परिसर में सामूहिक वन्दे मातरम् गायन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। प्रभारी मंत्री जी द्वारा इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को शाल उढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान वन्दे मातरम् का सामूहिक गान किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि कासगंज की इस पावन धरती पर जहां मां गंगा का तट और बाराह भगवान की गोद है ऐसी धरती पर मनाये जा रहे चैरी चैरा शताब्दी समारोह पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करने का यह अवसर सरकार ने हमें प्रदान किया है। हमारे पूर्वजों ने गुलाम भारत को आजाद कराने के लिये बहुत कष्ट सहे हैं। हमें उनका सम्मान करना चाहिये, जो बहुत महत्वपूर्ण है। वीर शहीदों को अंग्रेजी शासकों द्वारा फांसी पर लटकाया गया। ऐसी बहुत सी घटनायें हुई थी, जिन्हें भुला दिया गया है। उन्हंे आज याद करने का दिन है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वीर शहीदों के बलिदानों से ही देश को आजादी मिली है। हम सब इन्हें श्रद्वासुमन अर्पित करते हैं। जिन्होंने अपना सब कुछ देश के लिये न्यौछावर कर दिया। विधायक सदर ने कहा कि जब हमारा देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था तब चैरी चैरा काण्ड हुआ और अंग्रेजी हुकूमत ने गोली चलाकर देश के अनेकों वीर जवानों को शहीद कर दिया।
जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा कि बच्चों की आज यहाॅ बड़ी संख्या में उपस्थिति यह दर्शाती है कि उन्हें इस देश और उसके भविष्य की उतनी ही चिंता है, जितनी उनके अभिभावकों को उनकी चिंता है। हमें अपने इतिहास को भलीप्रकार जानना, समझना और सम्मान करना चाहिये। देश को आजादी दिलाने मंे जनपद कासगंज भी पीछे नहीं है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा प्रदेश में चैरी-चैरा शताब्दी समारोह 04 फरवरी 2021 से 04 फरवरी 2022 तक मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विश्व रिकार्ड बनाने के लिये वन्दे मातरम् अभियान में बड़ी संख्या में लोगों ने सहभागिता की। सेल्यूट की मुद्रा में खड़े होकर वन्दे मातरम् का प्रथम छन्द गाते हुये व्यक्तिगत वीडीओ अपलोड किये गये।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, जिला विकास अधिकारी, डीएफओ, डीसी मनरेगा/खण्ड विकास अधिकारी कासगंज, जिला विद्यालय निरीक्षक, अपर जिला सूचना अधिकारी, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, एसडीएम कासगंज सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रातः नगर पालिका कासगंज से ब्लाक कासगंज तक प्रभात फेरी निकाली गई। जिलाधिकारी ने हरी झण्डी दिखाकर प्रभात फेरी को रवाना किया। इसके अलावा जनपद के विकास खण्ड पटियाली के शाहपुर टहला सहित समस्त विकासखण्डों में चैरी-चैरा शताब्दी समारोह के शुभारंभ के अवसर पर शहीदों के बलिदान की गौरव गाथा को याद करते हुये प्रभात फेरी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने के साथ ही सामूहिक वन्दे मातरम् गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके साथ ही जनपद के शहीद स्मारकों एवं शिक्षण संस्थानों में भी वन्दे मातरम् गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र छात्राओं द्वारा वन्दे मातरम् का गायन किया गया। विभिन्न ग्रामों, विद्यालयों, स्थलों से प्रभात फेरी निकाली गई, जो प्रमुख शहीद स्मारक स्थलों तक पहुंची। शाम को राष्ट्र धुन बजायी गई तथा स्वतंत्रता संग्राम स्थलों, शहीद स्मारकों एवं शिक्षण संस्थानों में दीप प्रज्ज्वलन का कार्यक्रम किया गया।

