कासगंज: जिले में गेंहू की खरीद 01 अप्रैल से सीधे किसानों के माध्यम से की जाये। किसानों को क्रय मूल्य का भुगतान उनके आधार लिंक बैंक खाते में ही होना है जिससे बिचौलियों से किसानो का शोषण न हो। कृषकों के पंजीकरण में सहायता के लिये पंचायत सेकेट्री को नामित किया जाये। सभी गेहूं क्रय ई पाॉप डिवाइस से किया जायेगा । यह निर्देश जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार स्थित रुद्राक्ष सभागार मेे मीटिंग के दौरान गेहूं खरीद वर्ष 2022-23 की तैयारी की समीक्षा बैठक के दौरान दिये।
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान कहा कि जनपद में 52 गेहूं क्रय केन्द्रो का अनुमोदन किया जा चुका है, तथा गेहूं की खरीद सीधे किसानों के माध्यम से की जायेगी। बिचौलियों ,आड़तियों को सीधे किसानो की खरीद से हतोत्साहित कर किसानों का अपना गेहूं मण्डी में लाने के लिये प्रेरित किया जाये। सभी केन्द्र की जीओ टैगिग पूर्ण है ।उन्होने कहा पूर्व वर्षो की भाति इस वर्ष भी गेहूं बिक्री हेतु किसानों को खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पंजीकरण कृषक के मोबाइल नं0 पर ओ0टी0पी0 प्रेषित कर किया जा रहा है। इस वर्ष भी परिवार के नामिनी की व्यवस्था की गयी है जिससे की किसी किसाना की फिंगर प्रिन्ट ठीक नही है तो नौमिनी केन्द्र पर गेहंू विक्रय हेतु ले जा सकता है।
कृषक की भूमि एंव गेहूं के बोये गये रकवे का सत्यापन राजस्व विभाग की की भूलेख सम्बन्धित वेब साइट से लिंकेज देकर ऑनलाइन किया जा रहा है। अब तक गेहूं खरीद हेतु 1127 किसानो द्वारा गेहूं खरीद हेतु खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराया गया है। किसानो को क्रय मूल्य का भुगतान उनके आधार लिंक बैंक खाते में कराया जायेगा।जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों को निरन्तर जागरूक किया जाये कि उन्हे जिन बैंक खातो में भुगतान किया जाना है उस खाते को बैंक से मिलकर एल0पी0सी0आई0 मे मैप करा लें जिससे कि भुगतान प्राप्त करने में विलम्ब न हो। उन्होने बताया कि सम्बन्धित तहसील के गॉव में लघु एवं सीमांत किसान के पंजीकरण एवं उन्हे केन्द्र तक भेजने हेतु सम्बन्धित केन्द्र के राजस्व कर्मी प्रेरित करने का कार्य करें तथा छोटे-छोटे किसानो का एक क्लस्टर बनाएं जिससे 4-5 किसान मिल कर एक ही वाहन में अपना गेहूं मण्डी तक ला सके। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों को पंजीकरण में असुविधा उत्पन्न न हो इसके लिये ग्राम स्तर पर पंचायत सेकेट्री को पंजीकरण कराये जाने में सहयोग हेतु निर्देशित किया जाये तथा क्रय केन्द्रो पर बैठने, छाया एवं पेय जल की व्यवस्था मण्डी परिसर में मण्डी समिति द्वारा द्वारा सुनिश्चित करायी जायेगी।मंडी सचिव को निर्देश दिए गये कि सभी केन्द्र के उपकरणों को मरम्मत व उपयोगी बना दे ।सभी केन्द्र पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जाय।सभी केन्द्र प्रभारी किसान का खतौनी अनिवार्यतः रखेंगे ।सभी उपजिलाधिकारी हर तीसरे दिन सभी केन्द्र प्रभारी की बैठक कर लक्ष्य पूरा करने हेतु केन्द्रवार समीक्षा करेंगे ।सभी केन्द्र प्रभारी को अनिवार्यः किसानों को बेचे जाने वाले गेहूं का रसीद का प्रिंट आउट अवश्य दिया जाय।सभी केन्द्र पर एक ग्रामस्तरीय अधिकारी तैनात किया जायेगा जो लक्ष्य प्राप्ति हेतु किसान का सहयोग करेगा व पंजीकरण या किसान के पहचान या बोये गये रकबा में किसी भी विवाद का समाधान करेगा । सभी केन्द्र पर निगरानी हेतु जिलास्तरीय अधिकारी की तैनाती की गई है ।किसी भी केन्द्र पर किसान से कटौती या धनराशि की माँग या वसूली की जाती है तो पुष्टि व साक्ष्य के साथ उस केन्द्र प्रभारी को सींधे जेल भेजा जायेगा । किसान के किसी भी शिकायत व उसके समाधान के लिए ज़िला खाद्य विपणन कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया जो निम्नवत है 7455-012855
बैठक में अपर जिलाधिकारी अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ए के श्रीवास्तव डिप्टी आरएमओ विजय कुमार शुक्ल सहित , ज़िला कृषि अधिकारी, मंडी सचिव व सभी तहसील के उपजिलाधिकारी आदि अधिकारी मौजूद रहे।