कासगंज: सांसद, विधायक एवं जिलाधिकारी की उपस्थिति में हजारों लोगों ने एक साथ किया योगाभ्यास।

श्री सूरज प्रसाद डागा इंटर कालेज, कासगंज में हुआ मुख्य समारोह का आयोजन।

पूरे जनपद में 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूर्ण उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। मुख्य समारोह का आयोजन श्री सूरज प्रसाद डागा इंटर कालेज, अमांपुर रोड कासगंज के परिसर तथा सभागार में किया गया। समारोह में क्षेत्रीय सांसद श्री राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया, विधायक सदर देवेन्द्र सिंह राजपूत, रजनीकांत माहेश्वरी, अध्यक्ष जिला पंचायत रत्नेश कश्यप, जिलाध्यक्ष भाजपा केपी सिंह सोलंकी आदि की गरिमामयी उपस्थिति तथा जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में मुख्य विकास अधिकारी सचिन, अपर जिलाधिकारी डा0 वैभव शर्मा, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार, एसडीएम पंकज कुमार, बीके जोशी, डीआईओएस, बीएसए, जिला सूचना अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सहित जिले के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षक शिक्षिकाओं, छात्र छात्राओं एवं गणमान्य नागरिकों ने बड़ी संख्या में कालेज परिसर में एक साथ योगाभ्यास किया तथा जनसामान्य को प्रतिदिन योगा करके स्वस्थ और निःरोग रहने का सन्देश दिया। जनपद की समस्त तहसीलों, विकास खण्डों, स्कूल, कालेजों और शिक्षण संस्थाओं में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में योगाभ्यास कराया गया।

सांसद जी ने इस अवसर पर कहा कि योग भारतीय संस्कृति एवं परंपरा की एक अमूल्य देन है। योग से हमें मानसिक शांति, आत्म विश्वास, मनोबल, संयम, और सहन शक्ति मिलती है। शारीरिक जटिलताओं से मुक्ति पाने के लिये समुचित जानकारी करके प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के योगासन करना एक बेहतरीन उपचार है। प्रतिदिन योगा करके मानव शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत होकर स्वस्थ, प्रसन्नचित्त व निरोग रहता है। मानव जीवन के लिये स्वस्थ शरीर होना अनिवार्य है। शरीर को निरोग और स्वस्थ बनाये रखने के लिये योगा करना अत्यंत आवश्यक है। प्रतिदिन योगा करके विभिन्न बीमारियों और शारीरिक जटिलताओं से बचा जा सकता है। इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिये योगा बहुत महत्वपूर्ण है। जनसामान्य को योगा के प्रति जागरूक कर प्रेरित करने के लिये प्रतिवर्ष अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है।

जिलाधिकारी ने कहा कि आज के विषम परिस्थितियों में जब आदमी की सोच बदल गयी है, खानपान, रहनसहन बदल गया है, इस भौतिकता के युग में हम पाश्चात्य संस्कृति को अपनाते जा रहे हैं, जो जीवन के लिए अत्यन्त घातक है, योग दिवस हमे बताता है कि व्यक्ति को सूर्योदय के पूर्व उठना चाहिए, नियम, संयम को अपने जीवन में अत्यधिक महत्व देना चाहिए तभी व्यक्ति स्वस्थ्य रह सकता है।

कुशल योग प्रशिक्षक जे0सी0 चतुर्वेदी तथा पंतजलि योग पीठ के योग प्रशिक्षकों द्वारा योगासन और प्राणायम का अभ्यास उपस्थित लोगों को कराकर इन योगासनों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों और निरोगीकाया के लिए इनके महत्व को भी रेखाकिंत किया। योगासनों में कॉमन योग प्रोटोकॉल की ग्रीवा शक्ति, शक्ति एवं घुटना शक्ति विकासक क्रियाओं, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, उत्तान मंडूकासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन एवं शवासन सहित कपालभाति नाड़ी शोधन प्राणायाम शीतली प्राणायाम भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराया गया।


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