विकास खण्ड सोरों के ग्राम कुमरौआ में 172.00 लाख की लागत से 4081 वर्ग मीटर में लगेगा बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंन्ट प्लांट।
कासगंजः जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में आज रूद्राक्ष सभागार में विकास खण्ड सोरों के ग्राम कुमरौआ में रू0 172.00 लाख की लागत से 4081 वर्ग मीटर में प्रस्तावित बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंन्ट प्लांट की पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु जन सुनवाई का आयोजन क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा कराया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पतालों द्वारा उत्पन्न संक्रामक कचरे का उत्पादन हर साल तेजी से बढ़ रहा है। इस बायो मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिसके लिये जनपद कासगंज में एक प्रोजेक्ट प्रस्तावित है, जिसका मुख्य उद्देश्य बायो मेडिकल वेस्ट को निस्तारित करना है। मैसर्स इंडो टेक वेस्ट सॉल्यूशलन संस्था द्वारा विकास खण्ड सोरों के ग्राम कुमरौआ में 172.00 लाख की लागत से 4081 वर्ग मीटर में बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंन्ट प्लांट लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। जिसके लिये 15 वर्ष हेतु भूमि लीज पर ली गयी है और ग्राम प्रधान से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिया गया है। फिर भी उक्त प्लान्ट स यदि किसी को कोई समस्या हो, तो आज की जनसुनवाई में उसे रख सकता है।
क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जे0पी0सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के द्वारा खतरनाक जैव चिकित्सा अवशिष्ट का उचित उपचार और निपटान किया जा सकेगा। विभिन्न संचारी रोग जो पानी, पसीने और रक्त व शरीर के तरल पदार्थ और दूषित अंगों से फैलते हैं, उनकी रोकथाम होगी। बिना उचित तरीके से डिस्पोज सीरिंज, सुई और कांच की बोतल जैसी अन्य वस्तुओं का पुनर्चक्रण हेपीटाइटिस, एचआईवी और अन्य वायरस रोगों के लिये जिम्मेदार है, इस प्रोजेक्ट के माध्यम से इसे रोका जा सकेगा। प्रोजेक्ट संचालन के लिये स्थानीय कुशल एवं अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता होगी। जैव चिकित्सा कचरा जो अस्पतालों, क्लीनिकों, प्रयोगशालाओं, औषधालयों आदि से निकलता है, का विभिन्न प्रकार से निपटान किया जायेगा। गंध वाले क्षेत्रों के आसपास नियमित अंतराल पर हर्बल इनोकोलम का छिड़काव किया जायेगा। जैव चिकित्सा अवशिष्ट को 48 घण्टे के अंदर उपचारित किया जायेगा। परिवहन में कंटेनरों को कवर किया जायेगा एवं गंध को नियंत्रित करने के लिये उपचारित प्रक्रिया बंद स्थान में कराई जायेगी। यह परियोजना स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।
इस अवसर पर ग्रामीणांे ने अपनी शंकाओं का समाधान आज की जन सुनवाई के माध्यम से कराया तथा बायोमेडीकल वेस्ट निस्तारण के क्षेत्र में कार्य करने वाली अन्य एजेंसियांे ने अपनी आपत्तियॉ भी दर्ज करायी। जनसुनवाई के दौरान अपर जिलाधिकारी ए0के0 श्रीवास्तव, बायोमेडीकल वेस्ट निस्तारण का कार्य करने वाली अन्य एजेंसियां तथा पचलाना एवं कुमरौआ क्षेत्र के ग्रामीण जन उपस्थित रहे।