बदायूँ शिखर
कासगंज: जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाष सिंह ने कहा कि किसानों को कृषि कार्य के लिये यूरिया की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। मांग के अनुसार जनपद में यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। यूरिया की कालाबाजारी को रोकने के लिये जिले के टाॅप 10 यूरिया बायर्स की जांच कराई गई। जिसमें दोषी पाये जाने पर 13 खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के प्राधिकार पत्र निरस्त कर दिये गये तथा एफएससी कासगंज के प्रभारी को दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्यवाही हेतु संस्तुति की गई है। यूरिया के साथ टैगिंग व अधिक दरों पर बिक्री की संभावना को देखते हुये समस्त सहायक विकास अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार निरीक्षण हेतु ड्यूटी लगा दी गई है। राजस्व व कृषि विभाग की टीमें लगाकर गत दिनों छापामार कार्यवाही कराई गई। कुल 90 छापे मार कर 25 नमूने लिये गये तथा 04 लाइसेंस निलम्बित करते हुये 10 को चेतावनी नोटिस जारी किये गये।
जिला कृषि अधिकारी सुमित कुमार चैहान ने बताया कि जनपद में खरीफ 2020 का यूरिया लक्ष्य 28839 मी0टन के सापेक्ष उपलब्धता 29281 मी0 टन है। वितरण 25201 मी0टन हो चुका है। वर्तमान में कुल 3980 मी0टन यूरिया उपलब्ध है। जिसमें 815 मी0टन सहकारी समितियों पर व 1025 मी0टन पीसीएफ बफर गोदाम एवं 2140 मी0टन निजी क्षेत्रों में उपलब्ध है। मांग के अनुसार उपरोक्त उपलब्धता पर्याप्त है। चम्बल फर्टीलाइजर्स 789 मी0टन 23 अगस्त 2020 को, एनएफएल 635 मी0टन यूरिया 25 अगस्त 2020 को जनपद में प्राप्त हो चुकी है। इफको की रैक 27 अगस्त 2020 को आनी है। जनपद में यूरिया की कोई कमी नहीं है। इसके अतिरिक्त 250 मी0टन यूरिया प्रीपोजिषनिंग स्टाॅक से अवमुक्त कराई गई है। पीओएस मषीन से वितरण कराने हेतु ब्लाकबार सहायक विकास अधिकारियों के द्वारा पीओएस में उपलब्ध व बिक्री केन्द्र में उपलब्ध स्टाॅक की जांच कराई गई। अंतर पाये जाने पर 04 उर्वरक विक्रेताओं को नोटिस जारी किये गये हैं।