कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के साथ तहसील पटियाली क्षेत्र के गंगा किनारे स्थित नगला जयकिशन, मंूजखेड़ा पहुंच कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर से यहां लगभग 50 मीटर का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने तथा सड़क कट जाने के कारण जलभराव की स्थिति हो जाने पर ग्रामवासियांे के आवागमन के लिये स्टीमर/नाव की व्यवस्था कराई गई है। साथ ही आकस्मिक व्यवस्था हेतु ग्रामवासियों के लिये राहत शिविर बनाये गये हैं। चिकित्सा शिविर लगाकर ग्रामवासियों को निःशुल्क चिकित्सा परीक्षण कर दवायें वितरित की गईं। पशुओं को चारा एवं टीकाकरण की व्यवस्था कराई गई है। सिंचाई विभाग के अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी स्थिति की निरंतर निगरानी कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने बाढ़ से बचाव के लिये सिंचाई विभाग द्वारा कराये गये कार्यों का मौके पर स्थलीय निरीक्षण किया। ग्रामवासियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा तथा अधिकारियों को बाढ़ से बचाव के लिये सुरक्षात्मक उपाय करने के आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ चौकियां पूर्णरूप से सक्रिय रहें। प्रतिदिन की नियमित सूचना तत्काल उपलब्ध करायें। गंगा नदी के किनारे स्थित सभी ग्रामों में बाढ़ से बचाव के सभी सुरक्षात्मक उपाय किये जायें। ग्रामवासियों को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े। ग्रामवासियों के लिये राहत शिविर, चिकित्सा शिविर, भोजन, पेयजल, पशुओं के लिये चारा, नावों सहित समस्त आवश्यक व्यवस्थायें पूर्ण रखी जायें। इन गांवों में साफ सफाई एवं टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाये।
अधिशाषी अभियंता सिंचाई अरूण कुमार ने बताया कि गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण तहसील पटियाली में गंगा किनारे स्थित गांवों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सिंचाई विभाग स्थित पर पूरी नजर रखी जा रही है। ठेकेदारों द्वारा कटानरोधी कार्य कार्य किया जा रहा है। जगह जगह कटान रोकने का प्रयास जारी है। जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष हर समय संचालित है, जिसका मोबाइल नं0 8868016669 है। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी संजय कुमार एई का मोबा0 नं0 9412720923 तथा सहायक प्रभारी नरेन्द्र सिंह जेई का मोबा0 नं0 6396979107 है, इन नम्बरों पर कभी भी संपर्क किया जा सकता है।
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