कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्याें की विस्तार से समीक्षा की। कार्य की प्रगति कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन के लिये तैनात बीएमएम के कार्यों की 10 दिन के बाद पुनः समीक्षा की जायेगी। जिन कर्मियों के कार्य में प्रगति कम मिलेगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुये उन्हें सेवा से पृथक करा दिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी बीएमएम ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर समूहों के गठन का कार्य करें और कार्य में प्रगति लायें तथा वहीं से अपने फोटो भी भेजें। समस्त खण्ड विकास अधिकारी प्रतिदिन इनके कार्यों की मॉनीटरिंग करें। स्वयं सहायता समूहों के बैंकों में प्राथमिकता से खाते खुलवायें।
बैठक में बताया गया कि जनपद में 2273 स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2236 स्वयं सहायता समूहों के गठन का लक्ष्य निर्धारित है। कार्ययोजना के अंतर्गत 100 दिन में 559 स्वयं सहायता समूहों का गठन होना है। समस्त विकास खण्डों में स्वयं सहायता समूहों के गठन, रिवाल्विंग फण्ड, सीसीएल तथा प्रत्येक बीएमएम द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। बी0सी0सखी तथा विद्युत सखी के कार्यों की भी समीक्षा में बताया गया कि जनपद में 146 में से 96 विद्युत सखी कार्य कर रही हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, बीएसए, एलडीएम तथा समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं बीएमएम उपस्थित रहे।
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