कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मिशन प्रेरणा/ कायाकल्प की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में छोटे छोटे बच्चों को 1 से 10 तक की गिनती तथा ए से जैड तक एवं बिना मात्रा के शब्दों की पहचान जरूर आनी चाहिये जिससे बच्चे इन्हें पहचानें और पढ़ लें। विद्यालयों में सभी बच्चों के आधार कार्ड होना चाहिये तथा उनकी सीडिंग अवश्य कराई जाये।

जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों के साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी कायाकल्प का कार्य कराया जाये। सीडीपीओ इस कार्य को स्वयं देखें कि कितना कार्य हुआ है। खण्ड विकास अधिकारी इस पर विशेष ध्यान दें। नगरीय क्षेत्रों में विद्यालय चयनित कर उन्हें कायाकल्प के सारे मानकों से संतृप्त करा दें। दिव्यांग बच्चों की करेक्टिव सर्जरी कराने के लिये भी कार्यवाही की जा रही है। यदि किसी भी स्कूल में ऐसा कोई दिव्यांग बच्चा है, जिसकी करेक्टिव सर्जरी होनी है तो तत्काल उसे चिन्हित कर उसकी सर्जरी करायें।

जिलाधिकारी ने विकास खण्ड वार तथा नगर पंचायत वार आपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालयों में कराये गये कार्य की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जर्जर विद्यालय भवनों को बरसात से पूर्व अवश्य ध्वस्त करा दिया जाये। जिससे कोई अप्रिय घटना न हो। बैठक में बताया गया कि जनपद में 385 संकुल शिक्षक हैं। सरल एप्प 85 प्रतिशत डाउनलोड करा दिया गया है। 16 से 25 जून तक निपुण भारत अभियान चलाया गया था।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार ने बाल वाटिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि 05 से 06 वर्ष के बच्चों को बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा सचंालित ऑगनबाड़ियों में शिक्षा दी जायेगी। जिसे बाल वाटिका के रूप में जाना जायेगा। जिसके लिये चहक कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। समस्त विकास खण्डों में एआरपी का चयन पूर्ण हो चुका है। संकुल शिक्षकों की बैठकें भी समय पर कराई जा रही हैं।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, डीआईओएस एस0पी0सिंह, संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी ,समस्त खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।

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