कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने बुद्ववार को प्रातः कासगंज में स्थित मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय, बिलराम गेट स्थित अधिशाषी अभियंता विद्युत नगरीय कार्यालय तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अशोक नगर कासगंज का औचक निरीक्षण कर उपस्थिति रजिस्टर एवं अन्य अभिलेखों को चैक किया। रियल टाइम टेस्ट के दौरान अनुपस्थित पाये गये अधिकारियों, कर्मचारियों का वेतन रोकने तथा उनसे स्पष्टीकरण लेने के जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने प्रातः 10ः15 बजे मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय कासगंज का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 20 संविदा कार्मिकों में से 15 कार्मिक अनुपस्थित पाये गये। नियमित स्टाफ के 29 कार्मिकों में से 12 कार्मिक अनुपस्थित मिले। कार्यालय परिसर में कुछ लोग अपने कार्यों के लिये सम्बंधितों का इंतजार करते हुये मिले। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी को अनुपस्थितों का अग्रिम आदेशों तक वेतन आहरण रोकने तथा 03 दिन के अंदर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।
प्रातः 10ः25 बजे अधिशाषी अभियंता विद्युत नगरीय कार्यालय बिलराम गेट कासगंज के निरीक्षण के दौरान अधिशाषी अभियंता विद्युत तथा 14 विद्युत कार्मिक अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि यह शासन के आदेशों का उल्लंघन है। इन सभी अधिकारी, कर्मचारियों का वेतन रोकने तथा 03 दिन के अंदर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये गये। तत्पश्चात प्रातः 10ः35 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अशोक नगर कासगंज के निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 आकाश तथा 02 चिकित्सक एवं 04 कार्मिक अनुपस्थित मिले। इनमें से चिकित्साधिकारी डा0 दीपांशु गुप्ता, ओपी पसनावृत, राम सुधारी, सरोज कुमारी पूरे माह में लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। चिकित्सा केन्द्र पर 67 पर्चे बन चुके थे तथा मरीज चिकित्सकों की प्रतीक्षा कर रहे थे। स्टोर में दवाओं का रखरखाव ठीक नहीं था। जिलाधिकारी ने अनुपस्थितों का वेतन रोकने, 03 दिन के अंदर लिखित स्पष्टीकरण लेने तथा अनुपस्थित चल रहे अधीनस्थों के विरूद्व की गई कार्यवाही से अवगत कराने एवं सभी दवाओं का रखरखाव व्यवस्थित ढंग से करने व चिकित्सालय परिसर में साफ सफाई बनाये रखने के सख्त निर्देश दिये।
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