कासगंज। निजी दवा कंपनियों के प्रबंधन द्वारा किए जा रहे दवा प्रतिनिधियों के उत्पीड़न के विरोध में सोमवार को उत्तर प्रदेश उत्तराखंड मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेटेटिव्स एसोसिएशन ने प्रदर्शन का आक्रोश व्यक्त किया। श्रम मंत्री के नाम संबोधित छह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन तहसीलदार अजय कुमार को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से श्रम मंत्री से मांगों को पूरा करने की मांग की गई है।

सोमवार को एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव के नेतृत्व में श्रम मंत्री के नाम संबोधित सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि एल्केम प्रबंधन द्वारा फर्जी तरीके से दर्ज कराए गए मुकदमें वापस लिए जाएं, यूनियन के आंदोलन में गैर कानूनी तरीके से प्रबंधन व पुलिस का हस्तक्षेप बंद किया जाए, एल्केम प्रबंधन द्वारा संविधान व श्रम कानूनों के उल्लंघन करने के लिए उन पर विधि विधान का पालन करते हुए मुकदमा दर्ज किया जाए, पुलिस द्वारा यूनियन के अन्य नेतृत्वकारी पदाधिकारियों, साथियों के खिलाफ एल्केम प्रबंधन के दबाव में प्रताडित करने के उद्देश्य से इस अवैधानिक कृत्य को दोहरा सकती हैं, इसलिए ऐसे कृत्यों को रोका जाए, एल्केम प्रबंधन को श्रम कानूनों विशेषकर सेल्स प्रमोशन इम्पलाइज एक्ट का पालन करने के लिए निर्देशित किया जाए, उत्तर प्रदेश में एल्केम प्रबंधन द्वारा श्रम कानूनों का उल्लंघन कर कर्मचारियों का शोषण व उत्पीडन किया जा रहा है, इसे रोका जाए। इस दौरान राजेश वशिष्ठ, केके सक्सेना, राहुल खरे, आतिफ जिलानी, अरमान खान, सौरभ कुमार, अदनान खान, जुगल श्रीवास्तव, तौसीफ अहमद, विपिन मिश्रा समेत अन्य दवा प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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