कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि जनपद में निराश्रित, बेसहारा और निर्धन लोगों के राशन कार्ड बनवाये जायें। जिससे उन्हें समय से राशन उपलब्ध कराकर उनके खानपान की व्यवस्था कराई जा सके। नगर पालिका व नगर पंचायतों के अधिशाषी अधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा ऐसे निराश्रित, बेसहारा और निर्धन लोगों का पारदर्शिता के साथ चयन किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में 02 लाख, 52 हजार, 963 राशनकार्ड वर्तमान में प्रचलित हैं, जिनमें 10 लाख, 91 हजार, 294 यूनिट सम्मिलित हैं। अभियान चलाकर समस्त राशनकार्डों का सत्यापन कराया जाये और अपात्रों के राशनकार्ड तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिये जायें। जो राशन कार्डधारक लगातार 05 माह से राशन नहीं ले रहे हैं, उनके राशनकार्ड भी रद्द कर दिये जायेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के जो लोग आयकर दाता हैं, परिवार में चार पहिया वाहन, ट्रेक्टर हार्वेस्टर, एसी, 5 केवी या इससे अधिक क्षमता का जनरेटर या 5 एकड़ सिंचित भूमि है, परिवार के सभी सदस्यों की आय दो लाख रू0 प्रतिवर्ष से अधिक है। जिस परिवार में लाइसेंसी शस्त्र, परिवार के किसी भी सदस्य के पास 100 वर्ग मीटर से अधिक का स्वअर्जित आवासीय प्लाट या मकान है अथवा 80 मीटर से अधिक कार्पेट एरिया का व्यवसायिक स्थान है, ऐसे लोगों को अपात्र घोषित किया गया है। अपात्र श्रेणी में आने वाले लोग यदि राशन प्राप्त कर रहे हैं तो तत्काल अपना राशन कार्ड तहसील स्थित आपूर्ति कार्यालय या जिला पूर्ति कार्यालय में सरेण्डर कर दें। राशनकार्ड की पात्रता के सत्यापन कार्य में यदि पाया गया कि अपात्र परिवार खाद्यान्न प्राप्त कर रहा है तो ऐसे व्यक्तियों के विरूद्व वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी एके श्रीवास्तव, जिला पूर्ति अधिकारी केएन सिंह, एसडीएम तथा समस्त ईओ व खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।
