*कासगंज।* बेसिक शिक्षा परिषद में मिशन निपुण भारत की अद्यतन प्रगति की जांच करने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ की टीम द्वारा दो दिवसीय भ्रमण के उपरांत जनपद के उप शिक्षा निदेशक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयकों, राज्य सन्दर्भदाता समूह सदस्यों, डायट मेंटर्स एवं समस्त विकासखंडों के अकादमिक संदर्भदाताओं के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गयी ।

ध्यातव्य है कि प्रदेश में बाल वाटिका से लेकर कक्षा तीन तक के बच्चों के लिए भाषा एवं गणित विषय के न्यूनतम अधिगम लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं । उत्तर प्रदेश शासन की ओर से इन लक्ष्यों के शत- प्रतिशत प्राप्ति के लिए 2025 तक का लक्ष्य रखा गया है । सरकार द्वारा प्रत्येक विद्यालय में कक्षा तीन तक के समस्त बच्चों के लिए भाषा एवं गणित की आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिकाओं एवं कार्यपुस्तिकाएं, प्रिंट रिच मैटेरियल्स, गणित किट, टीचिंग लर्निंग मैटेरियल, 102 चार्ट एवं पोस्टर, खिलौने आदि अनेक सामग्रियां उपलब्ध करायी गई हैं जिनके सदुपयोग एवं उनसे पड़ने वाले प्रभावों का स्थलीय सघन निरीक्षण विगत दो दिवसों में किया गया । राज्य परियोजना की टीम द्वारा सोरों ब्लॉक के तीन विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें जनपद की स्थिति संतोषजनक मिली । शिक्षकों के उत्साह की प्रशंसा करते हुए राज्य परियोजना,लखनऊ से आए गुणवत्ता सेल के विशेषज्ञ मृदुल चौधरी एवं उत्सव थपलियाल द्वारा विद्यालयों को और अधिक बेहतर बनाने के लिए अनेक सुझाव दिए गए । साथ ही निर्देशित किया गया कि निपुण मॉनिटरिंग सेंटर से प्राप्त जनपद के डाटा के साथ ही समस्त बैठकें आयोजित की जाएं । समस्त जनपद एवं ब्लॉक स्तरीय निरीक्षकों, सहयोगात्मक पर्यवेक्षकों एवं शिक्षकों द्वारा स्पॉट एसेसमेंट का कार्य शत-प्रतिशत कराया जाए । दीक्षा एप पर उपलब्ध ऑनलाइन प्रशिक्षणों के लिए समस्त शिक्षकों को प्रेरित किया जाए । समुदाय के साथ विद्यालयों में हो रहे संवादों, नवाचारों एवं बच्चों की प्रगति को परियोजना से साझा किया जाए । न्याय पंचायत पर हो रही संकुल बैठकों में राज्य परियोजना द्वारा भेजे गए एजेंडा के अनुसार ही चर्चा विमर्श किया जाना चाहिए । निरीक्षण टीम को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार द्वारा जानकारी दी गई कि कासगंज जनपद के पास हर एक बच्चे की प्रगति का डाटा प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर के साथ लिया गया है हर 15 दिन में इसकी समीक्षा की जाती है। परियोजना की टीम ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश भर में केवल कासगंज जनपद की यह अनूठी पहल है जो दूसरे जनपदों के लिए मिसाल बनेगी । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उप शिक्षा निदेशक डॉ जितेंद्र सिंह यादव ने परियोजना की टीम को भरोसा दिलाया कि कासगंज पूरे प्रदेश भर में सबसे पहले निपुण होने वाले प्रथम पाँच जनपदों में से एक होगा । समीक्षा बैठक में मुख्य रूप से डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ चिंतामणि वशिष्ठ, डॉ नवनीत शर्मा, डॉ जगमोहन सिंह, डॉ आकाश दुबे, योगेश कुमार कुशवाहा, रोहिताश उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन एसआरजी जितेन्द्र सिंह द्वारा किया गया । धन्यवाद ज्ञापन जिला समन्वयक प्रशिक्षण भूप सिंह द्वारा किया गया ।

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