कासगंजः पशुओं को लंपी त्वचा रोग से बचाव के लिये शासन व प्रशासन अलर्ट। लम्पी स्किन डिजीज के नोडल अधिकारी ने की समीक्षा।
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में एलएसडी (लम्पी स्किन डिजीज) का प्रकोप हो रहा है। जिले में लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की, शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी संयुक्त निदेशक प्रशासन, पशुपालन निदेशालय, लखनऊ दिनेश सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी सचिन, अपर निदेशक पशुपालन अलीगढ़ मण्डल राजेश कुमार व अन्य जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर समीक्षा की गई।
लम्पी स्किन डिजीज के नोडल अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि यह विषाणु जनित चर्मरोग है। पशुओं को तेज बुखार आता है, दूध देना कम हो जाता है, पैरों में सूजन, वजन घटना, सांस लेने में कठिनाई एवं पशुओं के शरीर पर गांठें बन जाती हैं। लम्पी का संक्रमण मनुष्यों में नहीं फैलता। संक्रमण पर नियंत्रण पाने एवं बीमारी की रोकथाम के लिये पशुओं का आवागमन प्रतिबंधित होना जरूरी है। अलीगढ़ एवं जिले की सीमा से लगे हुये अन्य जिलों में पशु लम्पी स्किन डिजीज से प्रभावित हो रहे हैं। इसके लिये जिले में संक्रमण को रोकने के लिये सतर्कता बेहद जरूरी है। वर्तमान में पशु मेले प्रतिबंधित रहें। नियमित फागिंग एवं सेनेटाइजेशन कराया जाये। पशुओं के आसपास नीम की पत्तियों का धुंआ किया जाये। यदि किसी पशु को यह बीमारी हो जाती है तो गांठों में जख्म बन जाते हैं, जिस पर मक्ख्यिां बैठती हैं और प्रजनन करती हैं। जिससे समस्या और बढ़ जाती है। पशु पालकों से आह्वान किया गया कि जागरूकता दिखायें और अपने पशुओं को लम्पी चर्मरोग से बचायें। जनपद कासगंज मंे यदि ऐसे बीमार पशुओं की कोई जानकारी हो तो तत्काल कण्ट्रोल रूम के नम्बर 05744-247095 एवं टॉल फ्री नम्बर 18001805141 व मोबाईल नम्बर 9759593495 पर बतायें। जिससे तुरंत प्रभावी कार्यवाही कराई जा सके। सीमावर्ती जनपद बदायूं, अलीगढ़, एटा के बार्डरों पर जनपद कासगंज की सीमा के अंदर 05 किलोमीटर की सीमा में स्थित ग्रामों में प्राथमिकता के आधार पर पशुओं का वैक्सीनेशन कराया जाना अत्यंत आवश्यक है, जिसके लिये शीघ्र ही वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि यदि जनपद कासगंज की गौशालाओं मंे पशुओं के बीमार होने की जानकारी मिलती हैं तो बीमार पशुओं को मौसमपुर तबालपुर की गौशाला में रखने की तैयारी की गई है। बैठक में अपर निदेशक पशुपालन अलीगढ़ मण्डल राजेश कुमार ने बताया कि संक्रमित पशुओं का दूध उबाल कर इस्तेमाल किया जा सकता है।
बैठक में बताया कि जनपद कासगंज में अब तक लम्पी त्वचा रोग से संक्रमित कोई पशु नहीं मिला है, लेकिन सीमा से लगे हुये जनपदों में संक्रमित पशु पाये गयें हैं इसलिये हमें विशेष सर्तकता बरतने की आवश्यकता है। यदि कोई पशु बीमार हो तो स्वस्थ पशुओं से उसे अलग रखें। यह एक वायरल बीमारी है अतः अन्य पशु भी सम्पर्क में आने पर बीमार हो सकते हैं।
जनपद के समस्त गोवंश आश्रय स्थलों में कोई भी नया पशु संरक्षित न किये जाने के आदेश नगर निकाय, जिला पंचायत, ग्राम पंचायत, निजी अथवा स्वयं सेवी संस्था द्वारा संचालित गोवंश आश्रय स्थल, गोशाला सभी पर लागू होगें।
समस्त गोवंश आश्रय स्थलों में बाहरी आगन्तुकों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबन्धित रखा गया है। लम्पी स्किन डिजीज बीमारी एल0एस0डी0 की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुये पशुपालन विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों, कर्मचारियों को वांछित सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया है।
बैठक में डीसी मनरेगा अनिल कुमार, डीपीआरओ देवेन्द्र सिंह, एएमए जिला पंचायत, एसपडीएम पटियाली, एसडीएम, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ए.के. सागर एवं समस्त ईओ तथा खण्ड विकास अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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