कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार में पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक करते हुये कहा कि जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड क्षेत्र में एक ग्राम का चयन कर उसे आदर्श ग्राम बनायें तथा इस आदर्श ग्राम को स्ट्रीट लाइट, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, खेल का मैदान, स्कूल में स्मार्ट क्लास सहित सभी योजनाओं से पूर्ण संतृप्त किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि भूमिगत संरक्षण एवं जलस्तर को सामान्य लेबिल पर बनाये रखने के लिये बूढ़ी गंगा की तरह ही जनपद अलीगढ़ बार्डर से, कासगंज में काली नदी तक जोड़ने वाली नेम नदी की मस्टर रौल बनाकर खुदाई कार्य शुरू कराया जाये। जिससे इस नदी का पूर्ण जीर्णोद्वार कराया जा सके।
इस वित्तीय वर्ष में जो कार्य योजना भेजी जा रही है, उसे ग्राम पंचायतों में भी सत्यापन करा लें। मनरेगा सम्बंधी प्राप्त शिकायतों का निस्तारण गंभीरता से किया जाये। मनरेगा के अंतर्गत अब दैनिक मजदूरी 213 रू0 निर्धारित है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा के अंतर्गत एक खेल का मैदान बनाया जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी राजवित्त और मनरेगा के माध्यम से कायाकल्प कार्य कराये जायेंगे। सफाई कर्मचारी प्राथमिकता से परिषदीय विद्यालयों की सफाई करना सुनिश्चित करें। बैठक में बेसिक शिक्षा की समीक्षा करते हुये कायाकल्प के अतिरिक्त मिशन प्रेरणा, मध्यान्ह भोजन सहित प्रत्येक बिन्दु पर गहनता से पूंछताछ की गई। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सामुदायिक शौचालयों के सक्रिय व निष्क्रिय होने के सम्बन्ध में विस्तार से समीक्षा करते हुये एडीओ पंचायत से जानकारी प्राप्त की। निर्देश दिये कि सामुदायिक शौचालयों का रखरखाव उचित ढंग से करतेे हुये इन्हें सक्रिय रखा जाये। जिससे ग्रामीणों को इनका लाभ मिले। बैठक में हैण्डपम्प रिबोर की मरम्मत, आंगनबाड़ी केन्द्र के भवनों की मरम्मत की समीक्षा करते हुये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, कृषि अधिकारी/प्रभारी अधिकारी मनरेगा सुमित कुमार चौहान, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।