कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने बताया कि खरीफ मौसम में फसल अवशेष जलाये जाने से उत्पन्न हो रहे प्रदूषण की रोकथाम हेतु राष्ट्रीय हरित अभिकरण के दिशा निर्देशन में जिला स्तर पर अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति का गठन कर दिया गया है। जिसमें सदस्य के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक, उप कृषि निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, डीपीआरओ एवं क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी तथा जिला कृषि अधिकारी को सदस्य सचिव बनाया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि गठित समिति धान काटने के समय से लेकर रबी में गेहूं की बुबाई तक प्रतिदिन फसल अवशेष जलाने की घटनाओं एवं इसकी रोकथाम के लिये की गई कार्यवाही की समीक्षा करते हुये प्रत्येक कार्यदिवस की रिपोर्ट उ0प्र0 प्रदूषण बोर्ड द्वारा गठित समिति के समक्ष तथा प्रमुख सचिव पर्यावरण विभाग एवं प्रमुख सचिव कृषि विभाग उ0प्र0 शासन को प्रस्तुत करने के दायित्व का निर्वहन करेगा। कृषि विभाग के न्याय पंचायत स्तरीय कर्मचारी एवं विकास खण्ड स्तरीय सहायक विकास अधिकारी कृषि द्वारा फसल अवशेष्ज्ञ के जलाने की रोकथाम तथा इसके दुष्परिणामों के सम्बंध में कृषकों के मध्य जाकर व्यापक प्रचार प्रसार एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराना सुनिश्चित करेंगे। जनपद के विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों के माध्यम से फसल अवशेष न जलाये जाने एवं इसके जलाये जाने से हो रहे प्रदूषण से आगाह करने हेतु जनजागरण अभियान भी चलाना सुनिश्चित करें।
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