कासगंज: जिलाधिकारी ने टीकाकरण में सहयोग करने वाले 40 लोगों को किया सम्मानित।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ आम जनता को आसानी से सुलभ होना चाहिये। बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिये उनका टीकाकरण अवश्य कराया जाये। जनजागरूकता के लिये धर्मगुरूओं एवं समाजसेवियों का सहयोग लिया जाये। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बच्चों के टीकाकरण में सहयोग करने वाले 40 समाजसेवियों एवं धर्म गुरूओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा और भी अधिक अच्छा कार्य करने के लिये उन्हें प्रोत्साहित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में 60 नई आशाओं का चयन किया जाना है। इनका चयन बिना किसी भ्रष्टाचार के समय से किया जाये। निष्क्रिय आशाओं को चिन्हित किया जाये। स्टाफ नर्सों/एएनएम को पुनः नियोजित करने के लिये उपकेन्द्र वार एएनएम की सूची उपलब्ध करायें। प्राइवेट संस्थानों में होने वाले प्रसवों की शीघ्रता से चैकिंग कराई जाये। स्वास्थ्य विभाग की ऑनलाइन फीडिंग एवं अन्य कार्यक्रमों में कम प्रगति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये सीएमओ, एसीएमओ केसी जोशी तथा एमओआईसी पटियाली का वेतन रोकने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ अभिभावक भ्रांतियों के कारण टीकाकरण कराने से मना करते हैं। इन्हें जागरूक कर बच्चों का टीकाकरण अवश्य किया जाये। ऐसे स्थानों पर एमओआईसी स्वयं एक अधिकारी और टीम के साथ जायें तथा अभिभावकों को समझायें। मस्जिदों से टीकाकरण कराने का एलान भी कराया जाये। बताया गया कि सहावर, गंजडुण्डवारा, पटियाली एवं कासगंज के ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 1069 परिवार, बच्चों को खसरा, चेचक, काली खांसी आदि का टीकाकरण कराने से मना करते हैं।
बैठक में बताया गया कि जनपद में क्षय रोग से 86.06 प्रतिशत रोगी ठीक हुये हैं। 14 हेल्थ वेलनेस सेंटरों में से मात्र 04 हैण्डओवर होने को शेष रह गये हैं। गंजडुण्डवारा में 04 अवैध प्रसव केन्द्र सील किये गये हैं, 03 के विरूद्व एफआईआर तथा सहावर में 03 अवैध प्रसव केन्द्रों के विरूद्व एफआईआर दर्ज कराई गई है। पटियाली में 02 अवैध प्रसव केन्द्र सील किये गये हैं। एक के विरूद्व एफआईआर और 08 को नोटिस दिये गये हैं। सोरों में 08 तथा सिढ़पुरा में 05 अवैध प्रसव केन्द्रों को नोटिस दिया गया है तथा 01 को सील किया गया है। जनपद के निजी पंजीकृत चिकित्सालयों, क्लीनिक एवं लैब की सूची जिलाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करा दी गई है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सचिन, मुख्य चिकित्साधिकारी तथा सम्बंधित अधिकारी एवं समस्त एमओआईसी उपस्थित रहे।
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