कासगंज: मत्स्य पालन के क्षेत्र में हैं अपार संभावनायें, मत्स्य पालक योजनाओं का लाभ उठायें-मुख्य विकास अधिकारी
मत्स्य विभाग का पोर्टल 30 मई को खुलेगा, इच्छुक पात्र करें आवेदन।
मुख्य विकास अधिकारी सचिन की अध्यक्षता में शनिवार को विकास भवन सभागार में मत्स्य पालकों को जागरूक कर उन्हंे लाभांवित करने हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन मत्स्य विभाग द्वारा किया गया। जिसमें मत्स्य सम्पदा योजना, मत्स्य पालक कल्याण कोष, बोट सब्सिडी योजना, मछुआ दुर्घटना बीमा योजना तथा किसान क्रेेडिट कार्ड योजना सहित विभिन्न अधिकारियों द्वारा अपनी विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गई।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि 30 मई 2023 को मत्स्य विभाग का पोर्टल खोला जा रहा है। जिसमें इच्छुक एवं पात्र व्यक्ति अपना आवेदन कर योजनाओं का लाभ उठायें। जिन मत्स्य पालकों को 10 वर्षीय मत्स्य पालन पट्टे आवंटित किये गये हैं। वे समय से अपना वार्षिक लगान जमा करें। तभी उनको योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। लगान जमा न करने पर मत्स्य पालन पट्टा आवंटन निरस्त कर लगान वसूली की कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में अपार संभावनायें हैं। विभागीय योजनाओं की जानकारी लेकर इनका भरपूर लाभ उठायें। परम्परागत के बजाये आधुनिक वैज्ञानिक पद्यति अपनाकर मत्स्य पालक अपनी आय में वृद्वि कर सकते हैं। केनरा बैंक ग्रामीण आरसेटी द्वारा संचालित निःशुल्क मत्स्य पालन प्रशिक्षण का लाभ उठायें। किसी भी योजना में बैंक से जो भी ऋण प्राप्त करें उसका पूर्ण सदुपयोग करें। मत्स्य पालन में आय बढ़ाने के लिये अपनी सोच विकसित कर सफलता प्राप्त करें।
जिला विकास अधिकारी/डीसी मनरेगा सचिन कुमार ने बताया कि मनरेगा में अपना जॉबकार्ड बनवा कर योजना का लाभ उठायें, बेरोजगार न रहें। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य गिरीश चन्द्र ने मत्स्य पालन योजनाओं की जानकारी देते हुये कहा कि कोई भी समस्या हो तो तुरंत उनके कार्यालय से संपर्क करें। जिला उद्यान अधिकारी योगेश कुमार ने आम का बाग लगाने, डेरी पनीर, अचार उद्योग, एक्सपेलर आदि इकाइयों तथा गंगा किनारे गांवों में फलदार वृक्ष लगाने पर सब्सिडी आदि की जानकारी दी। कृषि विभाग द्वारा कृषि यंत्रों एवं सभी फसलों सरसों, राई, उर्द आदि के बीजों पर सब्सिडी, मोटे अनाज रागी का निःशुल्क बीज एवं खेत तालाब योजना की जानकारी दी गई। केनरा बैंक ग्रामीण आरसेटी के निदेशक चन्द्रवीर सिंह ने कहा कि जिले की आजीविका और अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि क्षेत्र है। किसान पारम्परिक खेती के साथ ही पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी व कुक्कुट पालन कर अपनी आय बढ़ायें। आरसेटी द्वारा मत्स्य पालन के 10 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण का लाभ उठायें। कार्यक्रम का संचालन एडीओ कृषि अमर सिंह ने किया।
कार्यशाला में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एनके अग्रवाल, अपर जिला कृषि अधिकारी रंजीत कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा जिलाध्यक्ष निषाद पार्टी रविकुमार एवं बड़ी संख्या में मत्स्य पालक उपस्थित रहे।
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