कासगंज: गौशालाओं में गौवंशो को गर्मी से बचाव हेतु किये जाये समुचित प्रबंध
कैटल कैचर का अब नगर पालिका कासगंज करेंगी उपयोग
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में विगत दिनंाक 22 जून को देर सांय कलेक्ट्रेट स्थित रूद्राक्ष सभागार में समस्त ग्रामीण एवं शहरी स्थानीय (यथा ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगमों) में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना व संचालन हेतु गठित जिला स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक आहूत की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि हाईवे व जनपद के मुख्य मार्गो पर अभियान चलाकर निराश्रित गौवंशों को पकड़ कर गौशाला भेजा जाये जिससे यातायात प्रभावित न हो व यात्रियों को असुविधा न हो। समस्त गौशालाओं के प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरें लगवायें जायें। इसके साथ समस्त गौशालाओं में गौशालाओं संबंधी आवश्यक अभिलेख अवश्य पूर्ण रखे जायें और बरसात के मौसम में चारागाहों में नैपीयर घास लगवायी जाये। जिससे पशुओं को भूसे के साथ हरा चारा भी मिल सके। इसके अतिरिक्त बढ़ती गर्मी से बचाव हेतु गौवंशो के लिये शेड व पीने के पानी की समुचित व्यवस्था की जाये। बारिश का पानी गौशालाओं में एकत्र न होने पाये जिससे मच्छर व कीड़े मकोड़े न पनपने पायें। जिला पंचायत द्वारा क्रय की गयी कैटल कैचर गाड़ी के संचालन का निर्देश अधिशासी अधिकारी नगर पालिका कासगंज को दिये गये।
बैठक का संचालन करते हुय मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सोरों के ग्राम मुन्नवरपुर गड़ैइया व सहावर के बड़ा गॉव में दो वृहद गौशालाओं हेतु भूमि चयनित कर प्रस्ताव शासन को भेजा गया था जिसमें से बड़ा गॉव की भूमि मृदा परीक्षण में अनुकूल न पाये जाने के कारण अन्यत्र भूमि का चयन किया जाना है। इसके साथ ही नगर पालिका कासगंज में भी एक कान्हा गौशाला हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होने बताया कि अब अधिकारियों द्वारा किया जाने वाला गौशाला निरीक्षण पोर्टल पर अपलोड होगा तथा गौ आश्रय स्थलों को होने वाला समस्त भुगतान अब सीधे शासन स्तर से होगा।
बैठक में, मुख्य विकास अधिकारी सचिन, जिला विकास अधिकारी, संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी ,समस्त खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय उपस्थित रहे।
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