कासगंज: सभी ग्राम पंचायतों व निकायों में किया जायेगा शिलापट्ट का लोकापर्ण।

स्मारक स्थल पर एकत्रित होकर लिया जायेगा पंच-प्रण

वसुधा वंदन के अन्तर्गत सभी ग्राम पंचायतों में चयनित स्थान पर 75 पौधों का रोपण कर विकसित की जायेगी अमृत वाटिका।

वीरों का वन्दन के अन्तर्गत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों थल, वायु, जल सेना, केन्द्रीय पुलिस बल तथा राज्य पुलिस के शहीदों के परिवारजनों का किया जायेगा सम्मान।

दिव्य व भव्य होगी अमृत कलश यात्रा।

मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के क्रम में आजादी का अमृत महोत्सव योजना के समापन समारोह में प्रदेश में ‘मेरी माटी, मेरा देश’ (मिट्टी को नमन, वीरों को वंदन) कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इस सम्बंध में जनपदीय अधिकारियों के साथ जूम मीटिंग कर सफल क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

गत वर्ष 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भारत सरकार ने तिरंगे पर ध्यान केन्द्रित किया था। इस वर्ष मातृभूमि को नमन करते हुए देश की माटी पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी सचिन ने मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम की अवधारणा पर बल देते हुए बताया कि हम अपनी आजादी का श्रेय उन लोगों को दंेगे, जिन्होंने देश की आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दिया। हमारी मातृभूमि धन्य भूमि है। जिसने स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान देने वाले वीरों को जन्म दिया है। इस भूमि में पैदा होने के कारण हम भी इस भूमि से जुड़े हुए हैं। देशभक्ति की भावना, जो इस मिट्टी और इसके लोगो में व्याप्त है। ‘मैं से हम का भाव’ तथा ‘मेरी माटी, मेरा देश’ के विराट भाव को समष्टिमूलक स्वरूप प्रदान करना है। अपने देश अपनी मातृभूमि के लिए श्रद्धा, आदर एवं ‘सराबोर हो जाने जैसे अपनेपने’ के भाव का संवर्धन है। स्वतंत्रता सग्राम में अपने प्राणों की आहूति देने वालों, सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बलि देने वालों के परिजनों तथा हमारी सामाजिक संस्कृति को अक्षुण्ण रखने वालों का सम्मान अवश्य होना चाहिए।

‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ भारत की आज़ादी के 75 साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक पुनीत माटी-वन्दनोत्सव है। जिसमें हम सभी के लिए अपनी विराट सांस्कृतिक विरासत के अवलोकन व मातृभूमि के वीर सपूतों, स्वतंत्रता संग्राम के जाने, अनजाने सेनानियों के योगदान से प्रेरणा लेने का स्वर्णिम अवसर है। यदि हम सभी संकल्पित होकर और जनसहभागिता के साथ इस महोत्सव को मनायें तो यह हमारा परम सौभाग्य होगा। ऐसे सौभाग्यमय उत्सवी रस को जन-जन तक पहुँचाना सरकार का ध्येय है।

इस महोत्सव की आधिकारिक यात्रा की शुरुआत 12 मार्च, 2021 को साबरमती में मा. प्रधानमंत्री जी के राष्ट्रप्रेम उद्बोधन से हुई। आजादी के 75वें वर्ष में 75 सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन 29-30 अगस्त, 2023 को नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर किया जायेगा। इस श्रृंखला में 25 अगस्त, 2023 को सी०जी० सिटी लखनऊ में राज्य स्तरीय भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।

‘मेरी माटी, मेरा देश’ की अवधारणा देश की स्वतन्त्रता और प्रगति यात्रा की याद दिलाते हुए भारत की मिट्टी के लिए जन-जन के हृदय में स्थित प्रेम को और भी सुपुष्पित कराने और हमारी माटी में बसे वीरता के भाव की परिकल्पना है। मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम गत वर्ष के ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के तर्ज पर प्रदेश के समस्त ग्रामीण व शहरी, क्षेत्रों में आयोजित होंगे।

ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रम: ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन तीन चरणों में किया जायेगा। जिसमें ग्राम स्तरीय, पंचायत स्तरीय तथा ब्लाक स्तरीय कार्यक्रम होंगे। जिनमें चयनित दो श्रेष्ठ प्रतिभागियों द्वारा प्रदेश एवं देश की राजधानी में, समापन समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जायेगा।

दिनांक 09 अगस्त, 2023 को प्रातः अमृत सरोवर, पंचायत भवन, विद्यालयों, शहीद स्थलों, अमृत वाटिकाओं एवं सामुदायिक केन्द्रों में से किसी भी चयनित स्थान पर बैठकों का आयोजन किया जाये। जिसमें ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम विकास अधिकारी तथा अन्य समस्त स्थानीय जन उपस्थित रहेंगे। दिनांक 09 अगस्त को समस्त सहभागी गाँव के खेत, बगीचे व अन्य स्थानों से मुट्ठीभर मिट्टी लाकर ग्राम पंचायत परिसर में नियत स्थल पर एकत्रित होंगे। लाई गई मिट्टी को दो कलशों में संगृहीत किया जायेगा। ग्रामों/पंचायतों से मिट्टी-कलश अमृत यात्रा का शुभारम्भ करते हुए ब्लाक स्तर पर 16 से 20 अगस्त, 2023 तक पहुँचाये जायेंगे। एकत्रित कलशों में से एक-एक कलश प्रति ग्राम पंचायत लखनऊ तथा नई दिल्ली में आयोजित राज्य स्तर/राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों तक चयनित श्रेष्ठ प्रतिभागियों के माध्यम से पहुँचाया जायेगा।

शिलाफलकम् (स्मारक) का निर्माण: प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक स्मारक पट्ठिका लगाई जाये, जिसका साइज 5 फीट गुणा 3 फीट का हो। यदि स्थान अधिक हो तो 5ः3 के अनुपात में आकार को बढ़ाया जा सकता है। यह पट्ठिका अमृत सरोवरों, जलाशयों, अन्य जलस्त्रोतों के पास लगाई जा सकती है। यदि जलस्त्रोत नहीं हो तो ग्राम पंचायत कार्यालय अथवा विद्यालयों के आस-पास लगाई जा सकती है। शिलाफलकम् के निर्माण में स्थानीय सामग्री एवं संसाधनों का उपयोग करते हुए मनरेगा योजना के अन्तर्गत कार्य निष्पादित कराया जाये। शिलाफलकम में अंकित की जाने वाली सामग्री एवं डिजाइन का प्रारूप शासनादेश के अनुसार होगा।

पंच-प्रण स्मारक स्थल पर दिनांक 09 अगस्त, 2023 को एकत्रित होकर कार्यक्रम के दौरान जनभागीदारी करने वाले समस्त व्यक्तियों को प्रत्येक की मुट्ठी में लेकर पंच-प्रण दिलाये जायें। इस दौरान व्यक्तिगत अथवा सामूहिक सेल्फी लेकर इस अभियान से जुड़ी हुई वेबसाइट पर अपलोड की जाये। तत्पश्चात सम्बन्धित व्यक्ति को वेबसाइट के माध्यम से डिजिटल प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया जायेगा। पंच प्रण का प्रारूप शासनादेश के मुताबित प्रदान कराया जायेगा।

वसुधा-वन्दन: सभी ग्राम पंचायतों में एक स्थान चिह्नित कर 15 अगस्त को 75 पौधों का रोपण कर अमृत वाटिका विकसित की जाये। अमृत वाटिका हेतु पौधों के क्रय किये जाने हेतु पूर्व से ही विक्रय केन्द्र चिह्नित कर लिए जायें। वन विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग एवं प्रशासन द्वारा, स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप सूक्ष्म रूपरेखा तैयार कर समस्त कार्य सम्पादित कराये जायें।

वीरों का वन्दन: ग्राम पंचायत एवं ब्लाक स्तर पर स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों, थल सेना, वायु सेना, जल सेना, केन्द्रीय पुलिस बल तथा राज्य पुलिस के सेवारत एवं सेवानिवृत्त ऐसे रक्षा कर्मी, जो ड्यूटी के दौरान देश की सेवा करते हुए शहीद हो गये, के परिवारों को चिह्नित कर 15 अगस्त को समारोह में सम्मानित किया जायेगा। 15 अगस्त, 2023 को प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाये और राष्ट्रगान का समूह गायन किया जाये।

ब्लाक स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम:

प्रत्येक गाँव व ग्राम पंचायत से संगृहीत मृत्तिका-कलश लेकर युवा मंगल दल, महिला मंगल दल नेहरू युवा केन्द्र, स्काउट गाइड, एन०सी०सी० एवं अन्य संस्थाओं के चयनित युवा अपने-अपने ब्लाक पर 16 से 20 अगस्त, 2023 के मध्य एकत्रित होंगे। प्रत्येक ब्लाक पर गाँवों व ग्राम पंचायतों से संगृहीत दो मृत्तिका-कलश, प्रदेश की राजधानी लखनऊ एवं देश की राजधानी नई दिल्ली में, चयनित श्रेष्ठ युवकों व युवतियों द्वारा लाया जायेगा। मृत्तिका-कलश का यह आयोजन अमृत कलश यात्रा के रूप में किया जाए। जिसमें साइकिल, मोटर साइकिल व अन्य सुलभ वाहनों को शामिल कराते हुए यात्राओं के उत्सवी स्वरूप में कलशधारी युवा ब्लाक स्तर तक पहुँचेंगे। इस कार्यक्रम हेतु जिला युवा कल्याण अधिकारी/क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी/खण्ड विकास अधिकारी/क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी द्वारा स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप सूक्ष्म योजना तैयार कर अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया जाये।

विकास खण्ड पर ब्लाक प्रमुख की अध्यक्षता में समस्त जनप्रतिनिधि/अधिकारी/ कर्मचारी एवं अन्य सम्मानित नागरिक एक उत्सव के रूप में गांवों से आये कलश प्राप्त कर उसकी मिट्टी मिलाकर 75 पौधे लगायेंगे तथा सारी मिट्टी मिलाकर दो कलश में एक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व दूसरी राज्य की राजधानी लखनऊ के लिए बाद में रवाना की जायेगी। इस कार्यक्रम में भी ब्लाक के वीरों को सम्मान सहित याद किया जाये तथा सामूहिक राष्ट्रगान किया जाये। साथ ही आजादी का अमृत महोत्सव का स्मारक लगाया जाये।

मुख्य कार्यक्रम:

प्रदेश के समस्त ब्लाकों में एकत्रित किये गये मृत्तिका कलशों को सुसज्जित वाहनों के माध्यम से दिनांक 27 से 29 अगस्त, 2023 के मध्य नई दिल्ली के कर्तव्यपथ एवं दिनांक 23 से 24 अगस्त, 2023 के मध्य प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एकत्रित किया जाये। देश एवं प्रदेश के सभी हिस्सों से एकत्रित की गई इस मिट्टी को अमृत वाटिका उद्यान विकसित करने के लिए उपयोग किया जायेगा। इस अमृत वाटिका में स्वदेशी प्रजातियों के 75 वृक्षों के लिए पौधारोपण किया जायेगा। इस अमृत वाटिका में देश की स्वतंत्रता, एकता, अखण्डता के लिए योगदान देने वाले सभी नायकों को समर्पित एक आजादी का अमृत महोत्सव स्मारक बनाया जाये।

शहरी क्षेत्रों में कार्यक्रम: शहरी क्षेत्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम तीन स्तरों में कराये जायेंगे। प्रथम स्तर के कार्यक्रम छोटे स्थानीय निकायों, अधिसूचित क्षेत्र नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं में आयोजित होंगे। द्वितीय स्तर के कार्यक्रम नगर निगमों में होंगे एवं तृतीय स्तर के कार्यक्रम देश की राजधानी नई दिल्ली तथा प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित किये जायेंगे। शिलाफलकम, वीरों का वन्दन, ध्वजारोहण, पंच-प्रण, वसुधा-वन्दन कार्यक्रम समरुप प्रकार से आयोजित होंगे।

नगर पंचायतों तथा नगर पालिकाओं में कार्यक्रमों में 09 अगस्त से 15 अगस्त, 2023 तक आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा उक्त शासनादेश में उल्लिखित ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा के समान ही होगी। प्रत्येक स्तर के कार्यक्रम का पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि इससे अधिक से अधिक नागरिक जुड़कर अपने स्वतन्त्रता आन्दोलन, भारत माता के वीर सपूतों, स्वतन्त्रता संग्राम के जाने-अनजाने सेनानियों तथा स्वतन्त्र भारत में विकसित होने के पावन लक्ष्य के साथ विभिन्न प्रकार के विकास कार्यक्रमों से जुड़ सकें। प्रचार-प्रसार के लिए स्कूल-कालेज, उच्च शिक्षा संस्थानों, तकनीकी संस्थानों आदि के छात्रों, युवक/महिला मंगल दल, एन०सी०सी०, एन०एस०एस०, नेहरू युवा केन्द्र आदि के स्वयंसेवकों आदि को कार्यक्रम के साथ जोड़ा जाये।

मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित दिये हैं कि मेरी माटी, मेरा देश इस अभियान के जनपद में सफल आयोजन हेतु सम्बन्धित विभाग सुनियोजित तरीके से पूर्ण सहयोग व समन्वय करना सुनिश्चित करें। बैठक में जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी एवं सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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